हल्द्वानी: कहते हैं जब कहीं न्याय नहीं मिलता तो सबको भगवान की याद आती है. ऐसे ही न्याय की उम्मीद में अब राजनीतिक पार्टियां न्याय के देवता की शरण में पहुंच रही हैं. उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC Paper Leak) पेपर लीक घोटाले की जांच को लेकर अब क्षेत्रीय पार्टी उत्तराखंड क्रांति दल (Uttarakhand Kranti Dal) भगवान की शरण में जा पहुंची है.
हल्द्वानी में आज उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ता सुशील उनियाल न्याय के देवता कहे जाने वाले गोलू देवता की शरण में पहुंचे और UKSSSC मामले को लेकर गोलू देवता से न्याय की गुहार (UKD reached shelter of Golu Devta) लगाई. उनका कहना है कि अबतक इस मामले में जो भी जांच हुई है, उसमें केवल छोटी-छोटी मछलियों को ही स्पेशल टास्क फोर्स ने पकड़ा है.
यूकेडी कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनको सरकार की जांच पर भरोसा नहीं है. इस मामले में गोलू देवता ही केवल न्याय कर सकते हैं. यदि जांच सही दिशा में जा रही होती तो दो पूर्व जिला पंचायत सदस्यों के अलावा कई और बड़े लोग भी एसटीएफ की गिरफ्त में होते, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. अब यूकेडी को केवल गोलू देवता के न्याय पर भरोसा है. ताकि इस मामले में बड़े-बड़े लोग जिन्होंने उत्तराखंड के बच्चों के भविष्य के साथ छल किया है उनकी गिरफ्तारी हो सके.