हल्द्वानी: प्रदेश के पशुपालकों के लिए अच्छी खबर है. पशुपालकों की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए अब उन्हें पशु खरीदने के लिए 70% सब्सिडी पर लोन दिया जाएगा. योजना का लाभ उठाने के लिए किसान को उत्तराखंड आंचल डेयरी की किसी भी समिति में अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा. जिसके बाद पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किसानों को बैंक ऋण के माध्यम से पशु खरीदने के लिए पैसा जारी किया जाएगा.
उत्तराखंड में दूध को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश सरकार पशुपालकों के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है. दूध उत्पादन से जुड़े पशुपालकों के लिए अच्छी खबर है. उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन यानी आंचल डेयरी दूध उत्पादकों को अब भारी भरकम सब्सिडी के माध्यम से दुधारू पशु खरीदने के लिए सब्सिडी देने जा रही है. इसके तहत पशुपालक 2 पशुओं से लेकर 3 पशुओं का क्रय कर सकते हैं.
उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन के प्रशासक और नैनीताल दूध उत्पादन संघ के चेयरमैन मुकेश बोरा ने बताया कि आंचल डेयरी से जुड़े दूध उत्पादकों के लिए पशु खरीदने के लिए सरकार ने भारी-भरकम बजट जारी किया है. इसके तहत पशुपालकों को दुधारू पशु खरीदने पर सब्सिडी दी जाएगी. उन्होंने बताया कि पूर्व में जहां महिलाओं और अनुसूचित वर्ग के लोगों को दुधारू पशु खरीदने पर 35% की सब्सिडी दी जाती थी, उसे अब बढ़ाकर 70% कर दिया गया है.
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सामान्य वर्ग के लिए पशु खरीद पर 50% का अनुदान दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि पशुपालक बैंक के माध्यम से पशुओं का क्रय कर सकते हैं, जिसके लिए 2 पशुओं की खरीद के लिए बैंक से ₹1 लाख 60 हजार जबकि 3 पशुओं की खरीद पर ₹2 लाख 40 हजार दिया जाएगा. इसके अलावा पशुओं के रखने के लिए उनके बाड़े बनाने के लिए ₹45000 दिये जाएंगे जिसमें 70% की सब्सिडी होगी.
चेयरमैन मुकेश बोरा ने बताया कि उत्तराखंड में यह पशुपालकों के लिए बड़ी उपलब्धि है. दुधारू पशुओं की खरीद पर 50% से लेकर 70% की सब्सिडी दी जा रही है. उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान को उत्तराखंड आंचल डेयरी के किसी भी समिति में अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा. जिसके बाद पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किसानों को बैंक ऋण के माध्यम से पशु खरीदने के लिए पैसा जारी किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पशु खरीदने के बाद दूध उत्पादक अपने दूध को आंचल डेयरी के समिति में बेचेगा, जिससे कि पशुपालक की आर्थिक मजबूती के साथ-साथ प्रदेश को दूध के उत्पादन के क्षेत्र में और बढ़ावा मिल सके.