हल्द्वानी: उत्तराखंड आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाला उत्तराखंड क्रांति दल (Uttarakhand Kranti Dal) 22 सालों में अपने अस्तित्व को नहीं बचा पाया. पार्टी के बीच आंतरिक विरोध उत्तराखंड क्रांति दल की सबसे बड़ी समस्या है. ऐसे में पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने हल्द्वानी में एकजुटता को लेकर पदाधिकारियों के साथ बैठक की. साथ ही आगामी निकाय चुनाव, पंचायत चुनाव और लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी को और मजबूत करने का आह्वान किया. इस मौके पर काशी सिंह ऐरी (UKD Central President Kashi Singh Airy) ने कहा कि जो भी व्यक्ति पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
हल्द्वानी में यूकेडी की दो दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया. पहले दिन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने कहा कि जब हम सभी आपस में सामंजस्य बनाकर काम करेंगे तो पार्टी मजबूत होगी. पार्टी नेता एक-दूसरे पर टीका-टिप्पणी न करें. यह अनुशासनहीनता है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य बनाने में उत्तराखंड क्रांति दल का बड़ा योगदान रहा है. उत्तराखंड क्रांति दल उत्तराखंड की बात करता है. अन्य दल केवल राजनीति कर यहां की जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. दोनों पार्टियों ने यहां की संपदा को लूट कर घर भरने का काम किया है.
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वैसे भी राज्य में तीसरे विकल्प की जरूरत है. क्षेत्रीय दल के रूप में उत्तराखंड की जनता के पास बेहतरीन विकल्प है. अगर यूकेडी के कार्यकर्ता जी जान से पार्टी के लिए काम करेंगे तो उत्तराखंड में तीसरे विकल्प के तौर पर उत्तराखंड क्रांति दल फिर से अस्तित्व में आएगी. उन्होंने कहा कि कुमाऊं व गढ़वाल में बड़ा आयोजन होगा. जनहित के मुद्दों पर पार्टी आक्रामक तरीके से सामने आएगी. जनहित के मुद्दों को प्रमुखता से उठाएंगे. केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आगामी चुनावों पर चर्चा हुई. उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों से कहा कि सभी अनुशासित होकर पार्टी में काम करें. पार्टी तोड़ने की धमकी न दें. हम मिलकर उत्तराखंड के हित के लिए काम कर रहे हैं.