हल्द्वानी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को वर्ष 2025 तक टीबी से मुक्त कराने का लक्ष्य रखा है. ऐसे में क्षय रोग विभाग द्वारा घर-घर खोजो अभियान के तहत जनपद के 1 लाख लोगों का सर्वे किया जाना है. जिसके तहत प्रथम और दूसरे चरण में 18,966 लोगों की जांच की गई. जिसमें 243 मरीजों का सैंपलिंग की गई. जिसमें 17 टीबी के पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. जबकि, पिछले साल पूरे जनपद में 22 टीबी के पॉजिटिव रोगी सामने आया थे. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल घर-घर खोजो अभियान टीबी के मरीजों में इजाफा हो सकता है.
जिला क्षय रोग अधिकारी राजेश घकरियाल ने बताया कि टीबी हारेगा देश जीतेगा घर पर खोजो अभियान के तहत पूरे जनपद में करीब एक लाख लोगों की सर्वे की जाना है. पहले चरण में इसकी शुरुआत रामनगर से की गई है. जहां 18,966 रोगियों को चिन्हित किया गया है. जिसमें 243 रोगियों की सैंपलिंग की गई. जबकि 17 पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. उन्होंने बताया कि घर-घर खोजो अभियान के तहत 5 सुपरवाइजर के अलावा आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से सर्वे किया गया. जिसके तहत मरीज सामने आए हैं. पिछले साल जहां पूरे वर्ष जनपद में 22 टीबी के पॉजिटिव मरीज सामने आए थे.
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उन्होंने बताया कि तीसरे चरण की शुरुआत जनवरी के प्रथम सप्ताह से अलग-अलग क्षेत्रों में की जाएगी. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि घर-घर खोजो अभियान के तहत टीबी के मरीजों की संख्या में वृद्धि होगी. इस अभियान के तहत अधिक से अधिक टीबी के लक्षण मरीजों का सैंपलिंग करने का लक्ष्य रखा गया है. जिससे कि टीबी की बीमारी से मुक्ति मिल सकते हैं.