हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल के ट्रांसपोर्टर पिछले तीन दिनों से हड़ताल पर हैं. हड़ताल पर चले जाने से पहाड़ों को सप्लाई की जाने वाली सेवाएं ठप हो चुकी हैं. जिला प्रशासन और परिवहन विभाग ट्रांसपोर्टरों से लगातार वार्ता कर रहा है, लेकिन वार्ता विफल होने के बाद गुरुवार को ट्रांसपोर्टों ने अपना आंदोलन और उग्र तेज करते हुए हल्द्वानी के सड़कों पर प्रदर्शन करते हुए एसडीएम कोर्ट में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. देवभूमि ट्रक ऑनर्स वेलफेयर महासंघ के आह्वान पर कुमाऊं मंडल में ट्रांसपोर्टर्स ने मंगलवार से ट्रक हड़ताल शुरू कर दी थी. इसके तहत दो हजार से अधिक ट्रकों के पहिए जाम हो गये हैं. इससे कुमाऊं भर में आपूर्ति व्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ा है. परिवहन विभाग और जिला प्रशासन की देर रात तक ट्रांसपोर्टर्स के साथ वार्ता चली लेकिन वार्ता विफल रही.
ट्रांसपोर्टरों का आरोप है कि उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है. पुलिस प्रशासन द्वारा जगह-जगह चेकिंग अभियान के नाम पर उनका चालान काटा जा रहा है. इसके अलावा थोड़ा बहुत ओवरलोड होने पर परिवहन विभाग भी उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. इसके अलावा उनकी गाड़ियों को फिटनेस पहले आरटीओ कार्यालय में होता था लेकिन अब फिटनेस को प्राइवेट सेंटर में दे दिया गया है. जिसके चलते उनके ऊपर आर्थिक बोझ पड़ रहा है.
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उनका कहना है कि पूर्व में शासन-प्रशासन को मांगों से अवगत कराया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. मजबूरन अब उनको अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर जाना पड़ा. ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि आरटीओ को ही चालान करने का अधिकार दिया जाए. ट्रक चालकों ने कहा जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक वह हड़ताल जारी रखेंगे.