हल्द्वानी: उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Uttarakhand State Disaster Management Authority) के दारा एसडीआरएफ के जवानों को प्राकृति आपदाओं से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके तहत हल्द्वानी के अमृतपुर में (Training in Haldwani Amritpur) ऊंची-ऊंची चोटियों और नदी के बीच में 20 दिन का कोर्स कराया जा रहा है, जिसमें पीआरडी अल्मोड़ा के करीब 27 जवान भाग ले रहे हैं.
साल 2013 में केदारनाथ आपदा के बाद आपदा से निपटने के लिए एसडीआरएफ का गठन किया गया है. एनडीआरएफ से बेसिक ट्रेनिंग लेने के बाद अब एसडीआरएफ और पीआरडी जवानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इन जवानों को आपदा के समय विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार किया जा रहा है, ताकि आपदा के समय ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाया जा सकें और जानमाल की हानि को कम किया जा सकें.
एसडीआरएफ और पीआरडी जवानों को इस तरह का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है कि यह अपनी तैनाती वाली जगह पर ग्रामीणों को इसका प्रशिक्षण दें और उनको जागरूक भी करें. प्रशिक्षण दे रहे दीपक मर्तोलिया के मुताबिक उनकी कोशिश है कि एक व्यक्ति 20 लोगों को आपदा से निपटने का प्रशिक्षण दें और वह 20 व्यक्ति आगे 20-20 लोगों को प्रमोट करें, ताकि पूरे उत्तराखंड में बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक आपदा से निपटने की जानकारी से वाकिफ हो सकें.