हल्द्वानी: गौलापार क्षेत्र में हर साल करीब हजारों एकड़ में टमाटर की खेती की जाती है. यहां के टमाटरों की विदेशों में काफी मांग है. इस क्षेत्र के काश्तकारों की मुख्य खेती टमाटर है. लेकिन इन दिनों कोहरे और पाले के चलते टमाटर की फसल बर्बाद होने से किसानों में खासी मायूसी है. वहीं, फसल चौपट होने से किसानों के आगे रोजी-रोटी का संकट भी गहरा गया है.
हल्द्वानी के गौलापार में इन दिनों कोहरे के चलते टमाटर की खेती चौपट हो गई है. जो फसल बची भी थी उसमें झुलसा और सफेदी रोग लग गया है, जिसके चलते टमाटर की खेती करने वाले किसानों के आगे आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. वहीं, टमाटर की पैदावार प्रभावित होने से मंडियों में इसके दाम आसमान छूने लगे हैं. एक हफ्ते पहले 15 से 20 रुपए प्रतिकिलो में बिकने वाला टमाटर इस समय 40 से 50 रुपए प्रतिकिलो में बिक रहा है. ऐसे में ये कहना गलत न होगा कि आने वाले दिनों में प्याज की तरह टमाटर के दामों में भी भारी उछाल आ सकता है.
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वहीं, टमाटर खराब हो जाने से यहां के किसानों में खासा मायूसी देखी जा सकती है. ऐसे में किसानों ने की मांग है कि उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए बर्बाद फसल के बदले उन्हें मुआवजा दिया जाए, जिससे वो अपने परिवार का भरण-पोषण कर सके.