रामनगर: प्रशासन ने कालूसिद्ध और खड़ंजा खनन गेटों को भी उपखनिज निकासी के लिए खोल दिया है. गुरुवार को रामनगर की कोसी नदी के दो गेटों को प्रशासन ने उपखनिज निकासी के लिए खोल दिया था. प्रशासन ने कुल 3 गेटों को खोला था. उसके साथ ही कोसी नदी के दो अन्य बचे गेटों को भी उपखनिज निकासी के लिए शुक्रवार से खोल दिया गया है. रामनगर के विधायक दीवान सिंह बिष्ट एवं डीएलएम (डीविजनल लॉजिंग मैनेजर) धीरज बिष्ट ने संयुक्त रूप से 3 गेटों का उद्घाटन किया था.
बता दें कि मॉनसून सीजन के चलते नदियों में खनन का कार्य बंद कर दिया गया था. अब मॉनसून के विदा लेते ही खनन प्रक्रिया शुरू हो गई है. इस विषय में वन विकास निगम के डीएलएम धीरज बिष्ट ने बताया कि शुक्रवार से कोसी के तीनों गेटों में खनन निकासी शुरू हो गई है. बंजारी प्रथम, द्वितीय एवं कटिया पुल गेटों को खोल दिया गया है, बाकी दो गेटों को भी शनिवार से नियम से चालू कर दिया जाएगा. पहले दिन 15 वाहन खनिजों के लिए नदी में उतरे. वहीं क्षेत्रीय विधायक ने भी खनन व्यवसायियों को रिबन काटते हुए बधाई दी.
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रामनगर मंदसौर भाग तराई पश्चिमी के डीएफओ हिमांशु बागड़ी ने बताया कि पिछले वर्ष कोसी नदी में 5 लाख 50 हजार घनमीटर उपखनिज का लक्ष्य था. जिसमें से 4 लाख 50 हजार घनमीटर की खनिज निकासी हुई. इसी प्रकार दाबका में 74,000 घन मीटर उप खनिज निकासी का लक्ष्य था. जिसमें 74,000 घन मीटर की ही निकासी हुई. हिमांशु बागड़ी ने बताया कि इस वर्ष के लिए प्रशासनिक टीम द्वारा इंस्पेक्शन कर लिया गया है. उनके द्वारा अभी रिपोर्ट नहीं दी गई है कि कितना माल कोसी नदी व दाबका से निकल सकता है. उनकी रिपोर्ट आने के बाद पता चल जाएगा कि इस वर्ष कितने घन मीटर माल की अनुमति होगी.