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वन कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल, तस्कर पिछले 6 महीनों में 19 वारदातों को दे चुके हैं अंजाम - terror of forest smugglers

नैनीताल के जंगलों में वन तस्करों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है. बीते 6 महिने में वन तस्करों ने 19 बार वन विभाग की टीम पर हमला किया है. साथ ही वन विभाग की टीम पर सुरक्षा सवाल खड़े कर दिए हैं.

वन कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल.
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Published : Jun 23, 2019, 8:33 PM IST

हल्द्वानी: नैनीताल जिले में पिछले 6 महीनों में वन तस्करों ने 19 बार वन विभाग की गश्ती टीम पर जानलेवा हमला किया है. बीते शनिवार को वन तस्करों ने एक बीट वाचर की गोली मारकर हत्या कर दी, वहीं एक को घायल कर दिया. इसके साथ ही 18 जून को वन तस्करों ने निर्माणाधीन चिड़ियाघर में 150 से अधिक बेशकीमती हरे पेड़ों को काट कर वन विभाग और जिला प्रशासन की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

वन कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल.

लगातार वन तस्करों की इस घटना ने वन विभाग के सुरक्षा तंत्र की पोल खोल कर रख दी है. नैनीताल जिले में लगातार वनों की तस्करी की घटनाएं बढ़ रही हैं. वन तस्कर बेखौफ वनों से बेशकीमती खैर, सागौन के पेड़ों का दोहन कर रहे हैं, लेकिन वन विभाग इन तस्करों पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रहा है.

वहीं, वन महकमा सुरक्षा में कमी का कारण पर्याप्त फोर्स और आधुनिक हथियारों का उपलब्ध न होना बता रहा है. वन विभाग कर्मचारी अभी भी पुराने संसाधनों के सहारे काम कर रहे हैं. वन तस्करों और वन विभाग कर्मचारियों के बीच 19 ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जो जानलेवा रही हैं. जिसका नतीजा शुक्रवार को देखने को मिला है. जहां वन तस्करों ने अवैध तस्करी रोकने पर एक बीट वाचर को गोली मार दी. वहीं, एक को घायल कर दिया.

ये भी पढ़ें: DM का REALITY CHECK: तीर्थयात्री बनकर पहुंचे मंगेश घिल्डियाल, मचा हड़कंप

जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने बताया कि पुलिस महकमे और वन विभाग के साथ संयुक्त बैठक की गई है. साथ ही वन तस्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

हल्द्वानी: नैनीताल जिले में पिछले 6 महीनों में वन तस्करों ने 19 बार वन विभाग की गश्ती टीम पर जानलेवा हमला किया है. बीते शनिवार को वन तस्करों ने एक बीट वाचर की गोली मारकर हत्या कर दी, वहीं एक को घायल कर दिया. इसके साथ ही 18 जून को वन तस्करों ने निर्माणाधीन चिड़ियाघर में 150 से अधिक बेशकीमती हरे पेड़ों को काट कर वन विभाग और जिला प्रशासन की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

वन कर्मचारियों की सुरक्षा पर सवाल.

लगातार वन तस्करों की इस घटना ने वन विभाग के सुरक्षा तंत्र की पोल खोल कर रख दी है. नैनीताल जिले में लगातार वनों की तस्करी की घटनाएं बढ़ रही हैं. वन तस्कर बेखौफ वनों से बेशकीमती खैर, सागौन के पेड़ों का दोहन कर रहे हैं, लेकिन वन विभाग इन तस्करों पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रहा है.

वहीं, वन महकमा सुरक्षा में कमी का कारण पर्याप्त फोर्स और आधुनिक हथियारों का उपलब्ध न होना बता रहा है. वन विभाग कर्मचारी अभी भी पुराने संसाधनों के सहारे काम कर रहे हैं. वन तस्करों और वन विभाग कर्मचारियों के बीच 19 ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जो जानलेवा रही हैं. जिसका नतीजा शुक्रवार को देखने को मिला है. जहां वन तस्करों ने अवैध तस्करी रोकने पर एक बीट वाचर को गोली मार दी. वहीं, एक को घायल कर दिया.

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जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन ने बताया कि पुलिस महकमे और वन विभाग के साथ संयुक्त बैठक की गई है. साथ ही वन तस्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:Sammry- बेखौफ वन तस्कर सरकारी सिस्टम हुआ फेल (विशुअल बाइट मेल से उठाएं )

एंकर- नैनीताल जिले में वन तस्कर सरकारी मशीनरी को पंगु बनाते हुए पूरे सिस्टम पर हावी है। पिछले 6 महीनों में नैनीताल जिले में वन तस्करों ने 19 ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया है जिसमें लकड़ी तस्करों के साथ साथ वन विभाग की गस्ती दलों पर जानलेवा हमला हुआ है ।लेकिन वन विभाग ने जंगलों की रक्षा करने की सिस्टम की पोल खुल गजब पिछले सप्ताह दो बड़ी घटनाओं को बंद तस्करों ने अंजाम दिया। बीते शनिवार को वन तस्करों ने एक वन बीट बाउचर को गोली मारकर हत्या कर दी और एक को घायल कर दिया। तो ठीक 18 जून को वन तस्करों ने निर्माणाधीन चिड़ियाघर में डेढ़ सौ से अधिक बेशकीमती हरे पेड़ों को काट वन विभाग और जिला प्रशासन को चुनौती दे डाला है।


Body:लगातार वन तस्करों की इस घटना से न सिर्फ वन विभाग की सुरक्षा तंत्र को खोल खुली है बल्कि पूरे जिले में वन तस्करों की इन घटनाओं ने सरकारी सिस्टम को पंगु साबित किया है। नैनीताल जिले में लगातार वनों की तस्करी की घटनाएं बढ़ रही हैं वन तस्कर बेखौफ वनों से बेशकीमती खैर सागौन , साल के पेड़ों का दोहन कर रहे हैं। लेकिन वन विभाग इन तस्वीरों को रोकने में पूरी तरह से नाता में आप साबित हो रहा है। कारण वन विभाग के पास पर्याप्त फोर्स और आधुनिक हथियार नहीं होना बताया जा रहा है। वन विभाग कर्मचारी अभी भी पुराने संसाधनों के सहारे हैं । जिसका नतीजा पिछले 6 महीनों में देखने को मिला है जहां वन तस्करों और वन विभाग कर्मचारियों के बीच 19 ऐसी घटनाएं सामने आई है जो जानलेवा रहा है। जिसका नतीजा रविवार को देखने को मिला है जहां वन तस्करों ने अवैध तस्करी रोकने पर एक वन बीट वाचर को गोली मार मौत की नींद सुला दिया जबकि एक को घायल कर दिया।


Conclusion:जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन का कहना है कि पुलिस महकमे और वन विभाग के साथ संयुक्त बैठक कर वन तस्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहे हैं लेकिन लगातार हावी हो रहे वन तस्कर न सिर्फ जंगलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं बल्कि अब वन विभाग कर्मचारियों को भी निशाना बना रहे हैं।

बाइट- विनोद कुमार सुमन जिलाधिकारी नैनीताल
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