नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में हो रहा डेमोग्राफिक चेंज का मामला(Demographic Change in Nainital) मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंच गया है. जिसके बाद अब प्रशासन एक्शन में आ गया है. डेमोग्राफिक चेंज की जांच के लिए अब एसएसपी ने रोहिंग्या मुसलमानों व बाहरी क्षेत्रों से नैनीताल आकर बसे लोगों की पहचान के लिए सीओ स्तर, एलआईयू व खुफिया विभाग की एक टीम गठित की है.
नैनीताल एसएसपी पंकज भट्ट का कहना है नैनीताल जिले में डेमोग्राफी(Nainitals Demography Change) में हो रहे बदलाव को लेकर उन्होंने एक विशेष टीम(SSP constituted a special team) का गठन किया है. जिसमें सर्किल ऑफिसर एलआईयू समेत अन्य लोगों को शामिल किया गया है. ये टीम बाहरी राज्यों से नैनीताल में आए बांग्लादेशी रोहिंग्याओं की जांच कर डेमोग्राफी में हो रहे बदलाव की जांच करेगी. जिले के विभिन्न क्षेत्रों में रह रहे लोगों के आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेजों की भी जांच की जाएगी.
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बता दें पिछले कुछ सालों में नैनीताल की डेमोग्राफी तेजी से बदली है. विशेष समुदाय के लोगों ने यहां की सरकारी जमीनों पर कब्जा किया है. नैनीताल समेत आसपास के क्षेत्रों में हो रहे बाहरी लोगों के कब्जे को देखते हुए नैनीताल निवासी अधिवक्ता नितिन कार्की ने पूर्व में मुख्यमंत्री के नाम पत्र भेजकर मामले में कार्रवाई की मांग की थी. जिसके बाद अब नगर पालिका के मनोनीत सभासद मनोज जोशी ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर डेमोग्राफी में हो रहे बदलाव मामले की जांच की मांग की है.
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मामला दोबारा मुख्यमंत्री के दरबार में पहुंचने के बाद अब प्रशासन हरकत में आया है. जिससे नैनीताल की सरकारी जमीनों पर हो रहे अतिक्रमण व कब्जे के मामलों से भी निजात मिलने की उम्मीद जगी है.