हल्द्वानी: सरकारी नौकरियों के बजाय युवा लघु एवं कुटीर उद्योग में दिलचस्पी दिखाने लगे हैं. जिला उद्योग केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक, 90 फीसदी से ज्यादा युवा स्वरोजगार की ओर रुख कर रहे हैं. वर्तमान में त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल में सरकारी नौकरियों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है. हालांकि पिछले तीन सालों में नैनीताल जिले में करीब 38 युवाओं ने स्वरोजगार का रास्ता अपनाया है.
जिला उद्योग केंद्र द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक केंद्र और राज्य सरकार की लघु और कुटीर उद्योग के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लेते हुए यहां के युवाओं ने स्वरोजगार की ओर रुख किया है. जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक विपिन कुमार के अनुसार स्वरोजगार के लिए न सिर्फ 15 सौ युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया. बल्कि स्वरोजगार के लिए सरकार द्वारा दिए गए टारगेट को भी पूरा किया गया है. इस योजना के तहत 90 फीसदी से अधिक स्वरोजगार शुरू करने वाले युवा वर्ग से है.
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प्रदेश में लगातार बढ़ रही बेरोजगारी के चलते अब युवा धीरे-धीरे स्वरोजगार को अपना रहे हैं. जिला उद्योग केंद्र पहाड़ के युवाओं को सबसे ज्यादा स्वरोजगार से जोड़ रहा है. जिससे कि यहां के युवा स्वरोजगार से जुड़ सके और पलायन भी रुक सके.