नैनीताल: इन दिनों कोरोना संक्रमण के चलते लोग एक दूसरे से मिलने को तैयार नहीं हैं. बाहरी व्यक्ति तो छोड़िए लोग अपने रिश्तेदारों के अलावा किसी को अपने घर में रखने को तैयार नहीं हैं. ऐसे में भीमताल में रमजान के मौके पर सिख परिवार ने मुस्लिम महिला को अपने घर में पनाह देकर सर्व धर्म एकता की मिसाल पेश की. इस परिवार ने मुस्लिम महिला के रोजो में भी मदद की.
भीमताल के इस सिख परिवार ने एक मुस्लिम महिला डॉक्टर सबाना को अपने घर में पनाह दी है. यह मुस्लिम महिला नैनीताल के भीमताल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बतौर डॉक्टर तैनात हैं. कोरोना संक्रमण के कारण सरकार ने इनकी छुट्टी रद्द कर दी है जिसके कारण इन्हें भीमताल में रहकर ही रोजे रखने पड़ रहे हैं. रोजा करने में उन्हें काफी परेशानी हो रही थी जिस पर उनकी मदद भीमताल के सिख परिवार से ताल्लुक रखने वाले समाजसेवी एसएस कलेर ने की. कलेर ने डॉक्टर सबाना को अपने घर आकर रहने का न्योता दिया. जिसके बाद डॉक्टर सबाना खुशी-खुशी उनके परिवार के साथ रहने चली गईं.
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ये सिख परिवार लगातार डॉक्टर शबाना के रोजे रखने में पूरी मदद कर रहा है. डॉक्टर शबाना सिख परिवार के घर में पूरे मुस्लिम रीति-रिवाज से पांच समय की नमाज अदा कर रही हैं. डॉक्टर शबाना का कहना है कि वो आज तक एक हफ्ते से ज्यादा अपने परिजनों से दूर नहीं रही हैं, जिसके कारण उन्हें रोजे रखने में परेशानी हो रही थी. मगर सिख परिवार का साथ पाकर वह पूरी तरह निश्चिंत हैं.
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वहीं एसएस कलेर कहते हैं कि जिस तरह से यह बेटी लोगों की पूरे तन मन से सेवा कर रही है उस हिसाब से उनका भी फर्ज बनता है कि वे उसका पूरा ध्यान रखें. ऐसा सोचकर ही उन्होंने डॉक्टर शबाना को अपने घर आने का न्योता दिया था.