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गणेश चतुर्थी: गणेश उत्सव में व्यापार बढ़ने से मूर्तिकारों के खिले चेहरे, बढ़ी डिमांड

गणेश चतुर्थी को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीं हल्द्वानी में लोग भगवान गणेश की मूर्ति की जमकर खरीदारी कर रहे हैं. इससे मूर्तिकारों के चेहरे खिले हुए हैं.

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गणेश चतुर्थी की तैयारी
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Published : Sep 9, 2021, 12:46 PM IST

हल्द्वानी: 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी मनाई जानी है. गणेश चतुर्थी पर गणेश की प्रतिमाओं की बाजार में खूब डिमांड की जा रही है. मूर्तिकारों द्वारा भगवान गणेश की प्रतिमाओं को तैयार किया जा रहा है, जिसे लोगों द्वारा हाथों-हाथ लिया जा रहा है. इस बार मूर्तिकारों की आमदनी भी अच्छी हो रही है. जबकि पूर्व में कोरोना की वजह से उनका कारोबार बूरी तरह प्रभावित रहा.

राजस्थान के रहने वाले कई मूर्तिकार हल्द्वानी रामपुर रोड में मूर्ति बनाने का कारोबार करते हैं. व्यवसायियों की मानें तो उनके पास एक फीट से लेकर छह फीट तक गणेश की प्रतिमाएं हैं. छोटी मूर्ति की कीमत ₹200 से लेकर ₹8,000 तक है. उनके द्वारा बनाई गई सभी मूर्तियां इको फ्रेंडली है, जो विसर्जन के दौरान पानी में पूरी तरह से घुल जाती हैं.

व्यापार बढ़ने से मूर्तिकारों के खिले चेहरे

पढ़ें- ऊर्जा निगम का 'दरार' वाला प्लान फेल, कर्मचारी संगठनों ने दिखाई एकजुटता

उन्होंने कहा कि इस बार पिछले 2 सालों की तुलना में अधिक ऑर्डर आ रहे हैं. क्योंकि कोरोना के मामले कम होने के साथ ही लोगों में गणेश उत्सव को लेकर खासा उत्साह है. इस बार लालबाग के राजा, दगडूसेठ, हाथ में शिवलिंग थामे हुए गणेश की मूर्ति की खूब डिमांड की जा रही है.

हल्द्वानी: 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी मनाई जानी है. गणेश चतुर्थी पर गणेश की प्रतिमाओं की बाजार में खूब डिमांड की जा रही है. मूर्तिकारों द्वारा भगवान गणेश की प्रतिमाओं को तैयार किया जा रहा है, जिसे लोगों द्वारा हाथों-हाथ लिया जा रहा है. इस बार मूर्तिकारों की आमदनी भी अच्छी हो रही है. जबकि पूर्व में कोरोना की वजह से उनका कारोबार बूरी तरह प्रभावित रहा.

राजस्थान के रहने वाले कई मूर्तिकार हल्द्वानी रामपुर रोड में मूर्ति बनाने का कारोबार करते हैं. व्यवसायियों की मानें तो उनके पास एक फीट से लेकर छह फीट तक गणेश की प्रतिमाएं हैं. छोटी मूर्ति की कीमत ₹200 से लेकर ₹8,000 तक है. उनके द्वारा बनाई गई सभी मूर्तियां इको फ्रेंडली है, जो विसर्जन के दौरान पानी में पूरी तरह से घुल जाती हैं.

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उन्होंने कहा कि इस बार पिछले 2 सालों की तुलना में अधिक ऑर्डर आ रहे हैं. क्योंकि कोरोना के मामले कम होने के साथ ही लोगों में गणेश उत्सव को लेकर खासा उत्साह है. इस बार लालबाग के राजा, दगडूसेठ, हाथ में शिवलिंग थामे हुए गणेश की मूर्ति की खूब डिमांड की जा रही है.

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