हल्द्वानीः नैनीताल की लालकुआं विधानसभा सीट उत्तराखंड की हॉट सीट बन चुकी है. लालकुआं में त्रिकोणीय मुकाबला देखा जा रहा है. एक तरफ कांग्रेस से हरीश रावत प्रदेश के बड़े राजनेता मैदान मे हैं तो दूसरी तरफ भाजपा से मोहन बिष्ट का स्थानीय होने की वजह से लोगों का व्यक्तिगत लगाव है. इसके अलावा संध्या डालाकोटी ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में कांग्रेस की नींद उड़ा रखी है. लिहाजा मुकाबला त्रिकोणीय और रोमांचक होता नजर आ रहा है.
कांग्रेस से बागी प्रत्याशी संध्या डालाकोटी भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में है. संध्या को पहले कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार घोषित किया था, लेकिन दो दिन बाद ही उनका टिकट काटकर हरीश रावत को टिकट दे दिया. संध्या का चुनावी मैदान में उतरना कांग्रेस के लिए मुसीबत का सबब बनते जा रहा है. संध्या के मुताबिक उन्होंने जन भावना का सम्मान किया है और जनता का समर्थन उनके साथ है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मातृशक्ति का अपमान किया है, मैं उस अपमान के खिलाफ लड़ रही हूं.
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दूसरी तरफ भाजपा के मोहन बिष्ट ने अपनी जीत का दावा किया है. उन्होंने कहा कि हरीश रावत लालकुआं में हारने आए हैं. लालकुआं से उनके हार का अंतर सबसे बड़ा रिकॉर्ड होगा. बीजेपी के लिए सबसे अहम बात यह है कि प्रत्याशी मोहन बिष्ट स्थानीय है और वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य भी हैं. बात कांग्रेस की करें तो प्रत्याशी पूर्व सीएम हरीश रावत के मुताबिक जनता इस समय परिवर्तन का मन बना चुकी है और इस सीट पर कांग्रेस अपना परचम लहराएगी.
लालकुआं विधानसभा सीट के अस्तित्व में आने के बाद अभी तक के चुनाव में लालकुआं विधानसभा सीट से एक बार भाजपा और एक बार निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है. इस सीट पर पहले 2012 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी हरीश चंद्र दुर्गापाल को 25 हजार वोट मिले. जबकि भाजपा के उम्मीदवार नवीन दुम्का को 16341 वोट मिले थे. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के नवीन दुम्का को 44,293 वोट मिले थे. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लड़े हरीश चंद्र दुर्गापाल को 27,108 वोटों के मार्जिन से हराया था. लालकुआं विधानसभा क्षेत्र में 1 लाख 21 हजार मतदाता हैं.