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PM मोदी के हल्द्वानी दौरे पर हुआ 4 करोड़ से अधिक का खर्च, RTI से खुलासा

30 दिसंबर को पीएम मोदी के हल्द्वानी दौरे पर करीब 4 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. इसका खुलासा आरटीआई के जरिए हुआ है. केवल पीएम मोदी के हेलीपैड से आगमन के रूट आर्मी कैंट से लेकर एमबी डिग्री कॉलेज तक सड़क निर्माण पर ही 88.42 लाख रुपए खर्च हुए हैं. RTI कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने इस पर चिंता जाहिर की है.

Haldwani
हल्द्वानी
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Published : Feb 25, 2022, 12:16 PM IST

Updated : Feb 25, 2022, 12:58 PM IST

हल्द्वानी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 दिसंबर को हल्द्वानी दौरे पर करीब चार करोड़ रुपए खर्च हुए थे. इसका खुलासा आरटीआई से हुआ है. हल्द्वानी निवासी आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने आरटीआई के तहत लोक निर्माण विभाग से जानकारी मांगी थी कि 30 दिसंबर को पीएम मोदी के दौरे के दौरान सरकारी बजट कितना खर्च किया गया.

पीडब्ल्यूडी ने जानकारी दी है कि पीएम मोदी के कार्यक्रम के दौरान ग्राउंड में जो भी व्यवस्था थी पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा की गई थी. इसमें ब्रॉडकास्टिंग, साउंड सिस्टम, सेफ हाउस, एलईडी डिस्प्ले, मंच, टेंट, स्वागत द्वार, होस्टिंग, बैरिकेडिंग और डिजिटल उद्घाटन में करीब 325.63 लाखों रुपए का खर्च हुआ है. इसके अलावा पीएम मोदी के हेलीपैड से आगमन के रूट आर्मी कैंट से लेकर एमबी डिग्री कॉलेज तक सड़क निर्माण पर 88.42 लाख रुपए खर्च हुए हैं.

इसके अलावा एमबी डिग्री मैदान परिसर की बाउंड्री वॉल को तोड़ने और दोबारा से मरम्मत में ₹5.9 लाख का खर्च हुआ है. इसके अलावा पीएम मोदी के कार्यक्रम में आने वाले बाहर के अधिकारियों के रहने खाने और होटल पर दो ₹2,14,263 खर्च किए गए हैं. हेमंत गोनिया जाने माने आरटीआई कार्यकर्ता हैं. उन्होंने पीडब्ल्यूडी से इस बाबत जानकारी मांगी थी.

4 करोड़ में पड़ी प्रधानमंत्री की हल्द्वानी रैली

आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया का कहना है कि जिस तरह से पीएम मोदी के एक कार्यक्रम में करीब ₹4 करोड़ खर्च कर दिए गए हैं, इससे साफ जाहिर होता है कि पीएम मोदी की अन्य रैलियों में कितना खर्च होता होगा. ऐसे में जनता की गाढ़ी कमाई को बड़े-बड़े नेता अपने रैलियों में खर्च कर रहे हैं. आम जनता बेरोजगार हो चुकी है. लोगों की आमदनी खत्म हो रही है. उत्तराखंड से लोग लगातार पलायन कर रहे हैं. इस धन को अगर केंद्र सरकार उत्तराखंड के विकास के लिए खर्च करती तो प्रदेश का विकास होता.
पढ़ें- यूक्रेन में फंसी चमोली की योगिता, रुड़की के अहमद ने वीडियो भेज सुनाई आपबीती

बता दें, आचार संहिता से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को हल्द्वानी पहुंचे थे. उन्होंने यहां कई योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया था. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशाल जनसभा को भी संबोधित किया था. हल्द्वानी के एमबी डिग्री कॉलेज में पीएम मोदी की जनसभा थी. जनसभा को भव्य बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा बड़ी तैयारी की गई थी. प्रधानमंत्री मोदी के हल्द्वानी दौरे पर शासन द्वारा भारी-भरकम बजट खर्च किया गया है. आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी के हल्द्वानी दौरे पर करीब चार करोड़ रुपए खर्च हुए हैं.

हल्द्वानी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 दिसंबर को हल्द्वानी दौरे पर करीब चार करोड़ रुपए खर्च हुए थे. इसका खुलासा आरटीआई से हुआ है. हल्द्वानी निवासी आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने आरटीआई के तहत लोक निर्माण विभाग से जानकारी मांगी थी कि 30 दिसंबर को पीएम मोदी के दौरे के दौरान सरकारी बजट कितना खर्च किया गया.

पीडब्ल्यूडी ने जानकारी दी है कि पीएम मोदी के कार्यक्रम के दौरान ग्राउंड में जो भी व्यवस्था थी पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा की गई थी. इसमें ब्रॉडकास्टिंग, साउंड सिस्टम, सेफ हाउस, एलईडी डिस्प्ले, मंच, टेंट, स्वागत द्वार, होस्टिंग, बैरिकेडिंग और डिजिटल उद्घाटन में करीब 325.63 लाखों रुपए का खर्च हुआ है. इसके अलावा पीएम मोदी के हेलीपैड से आगमन के रूट आर्मी कैंट से लेकर एमबी डिग्री कॉलेज तक सड़क निर्माण पर 88.42 लाख रुपए खर्च हुए हैं.

इसके अलावा एमबी डिग्री मैदान परिसर की बाउंड्री वॉल को तोड़ने और दोबारा से मरम्मत में ₹5.9 लाख का खर्च हुआ है. इसके अलावा पीएम मोदी के कार्यक्रम में आने वाले बाहर के अधिकारियों के रहने खाने और होटल पर दो ₹2,14,263 खर्च किए गए हैं. हेमंत गोनिया जाने माने आरटीआई कार्यकर्ता हैं. उन्होंने पीडब्ल्यूडी से इस बाबत जानकारी मांगी थी.

4 करोड़ में पड़ी प्रधानमंत्री की हल्द्वानी रैली

आरटीआई कार्यकर्ता हेमंत गोनिया का कहना है कि जिस तरह से पीएम मोदी के एक कार्यक्रम में करीब ₹4 करोड़ खर्च कर दिए गए हैं, इससे साफ जाहिर होता है कि पीएम मोदी की अन्य रैलियों में कितना खर्च होता होगा. ऐसे में जनता की गाढ़ी कमाई को बड़े-बड़े नेता अपने रैलियों में खर्च कर रहे हैं. आम जनता बेरोजगार हो चुकी है. लोगों की आमदनी खत्म हो रही है. उत्तराखंड से लोग लगातार पलायन कर रहे हैं. इस धन को अगर केंद्र सरकार उत्तराखंड के विकास के लिए खर्च करती तो प्रदेश का विकास होता.
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बता दें, आचार संहिता से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को हल्द्वानी पहुंचे थे. उन्होंने यहां कई योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया था. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशाल जनसभा को भी संबोधित किया था. हल्द्वानी के एमबी डिग्री कॉलेज में पीएम मोदी की जनसभा थी. जनसभा को भव्य बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा बड़ी तैयारी की गई थी. प्रधानमंत्री मोदी के हल्द्वानी दौरे पर शासन द्वारा भारी-भरकम बजट खर्च किया गया है. आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी के हल्द्वानी दौरे पर करीब चार करोड़ रुपए खर्च हुए हैं.

Last Updated : Feb 25, 2022, 12:58 PM IST
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