रामनगर: रविवार 12 नवंबर को दीवाली का पर्व आ रहा है. दीवाली मिठाई के बगैर अधूरी मानी जाती है. मिठाई के साथ दीवाली पर हर गिले शिकवे दूर कर प्रकाश के पर्व को पूरे उत्सव के साथ मनाया जाता है. रामनगर के प्रसिद्ध रावत स्वीट्स में दूर दराज से लोग दीवाली के लिए मिठाइयों की खरीदारी कर रहे हैं. मिठाई को लेकर मिष्ठान भंडार में गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
रामनगर में सजा मिठाई का बाजार: प्रकाश के पर्व को मिठाई के साथ मनाने की तैयारी चल रही है. लोग रविवार को दीवाली के पर्व को लेकर मिठाइयां के साथ ही अन्य उत्पादों की खरीदारी कर रहे हैं. रामनगर के प्रसिद्ध रावत स्वीट्स में भी रामनगर और आसपास के लोग मिठाइयों की खरीदारी के लिए उमड़ रहे हैं. आपको बता दें कि रावत स्वीट्स लगभग 40 वर्षों से गुणवत्ता के लिए रामनगर व आसपास के क्षेत्र में जानी जाती है.
रावत स्वीट्स की मिठाई है खास: ईटीवी भारत से खास बातचीत में रावत स्वीट्स के ऑनर गजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि उनकी दुकान में गुणवत्ता का पूर्ण रूप से ध्यान दिया जाता है. उन्होंने बताया कि दीवाली पर्व के अवसर पर ग्राहकों के लिए स्पेशल ड्राई फ्रूट्स के लड्डू, काजू कतली, बंगाली मिठाई, रस मलाई बनाई गई हैं. उन्होंने बताया कि हमारे वहां सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली मिठाई चंद्रकला भी बनाई गई है.
दीवाली पर इन मिठाइयों की है डिमांड: इसके साथ ही अलमोड़ा की बाल मिठाई, चॉकलेट, मावे के लड्डू, बालूसाई, पेड़े, काले रसगुल्ले आदि मिठाइयां भी दीवाली के लिए बनाई गई हैं. गजेंद्र कहते हैं कि हमारे वहां 300 से लेकर ₹1000 किलो तक की मिठाइयां उपलब्ध हैं. उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार लोग मिठाइयों की अच्छी खरीदारी कर रहे हैं. गजेंद्र कहते हैं कि हम अपने ताऊजी भवान सिंह रावत के मार्गदर्शन में कार्य कर रहे हैं. उन्होंने 40 साल पहले इसकी शुरुआत की थी. वहीं मिठाइयों की खरीदारी कर रहीं सुनीता मेहरा कहती हैं कि उन्हें रावत स्वीट्स की मिठाई बहुत पसंद आती है. सुनीता के अनुसार इनके द्वारा गुणवत्ता का प्रमुख ध्यान दिया जाता है. इसलिए वर्षों से वह यहीं से खरीदारी कर रही हैं.