रामनगर/सितारगंज/हल्द्वानी: राज्य सरकार प्रदेश के किसानों से इन दिनों धान की खरीदारी कर रही है. ऐसे में कई जगहों पर किसानों ने धान खरीद को लेकर धान क्रय केंद्रों पर अनियमितता बरतने की बात कही है. रामनगर विधायक दीवान सिंह ने धान खरीद केंद्र का औचक निरीक्षण किया. तो वहीं, बिंदुखत्ता गांव में सरकार ने धान क्रय केंद्र खरीदने की मंजूरी दे दी है. सितारगंज में राइस मिलों द्वारा धान नहीं खरीदे जाने से किसानों गुस्सा है.
रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने रामनगर मंडी यार्ड धान खरीद केंद्र का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान बिष्ट ने धान खरीद में संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार किसानों के प्रति जवाबदेह है. किसान न्यूनतम निर्धारित दरों पर उत्साह के साथ अपना धान विक्रय कर रहे हैं, जो इस बात का संकेत है कि भारत सरकार का कृषि बिल उनकी आय को दोगुनी करने की दिशा में सही साबित हुआ. दीवान सिंह बिष्ट ने कहा कि कांग्रेस के लोग भ्रामक खबरें फैला कर किसानों को गुमराह कर ओछी राजनीति कर रहे हैं.
बिंदुखत्ता गांव में जल्द खुलेगा धान क्रय केंद्र
लंबे समय से बिंदुखत्ता गांव के किसानों द्वारा सरकारी धान क्रय केंद्र खोले जाने की मांग आखिरकार अब पूरी हो गई है. राज्य सरकार ने किसानों की मांगों को मानते हुए बिन्दुखत्ता में सरकारी धान क्रय केंद्र खोलने के निर्देश जारी किए हैं. वहीं, बाद खाद्य विभाग ने बिंदुखत्ता में सरकारी धान तौल केंद्र खोलने की तैयारी शुरू कर दी है.
यहां धान क्रय केंद्र खुल जाने से यहां के हजारों किसानों को फायदा मिलेगा. किसानों को अब सरकारी धान रेट 1865 रुपये प्रति क्विंटल मिल पाएगा, जबकि सरकारी क्रय केंद्र नहीं खोले जाने की वजह से यहां के किसान अपने धन को मजबूरन 12 सौ क्विंटल बेचने को मजबूर थे.
पढ़ें- सावधान! हंसी की मदद के नाम पर चल रहा फ्रॉड, झांसे में न आएं
राइस मिल नहीं खरीद रहीं धान, किसान परेशान
सितारगंज मंडी समिति में कई दिनों से अपना धान लेकर खुले आसमान के नीचे रह रहे किसानों में अब गुस्सा देखने को मिल रहा है. किसानों ने राइस मिलों के मंडी में धान खरीदने नहीं आने से नाराज होकर एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया. जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने किसान और राइस मिलों के अधिकारियों को बुलाकर वार्ता की, लेकिन देर शाम तक कोई नतीजा नहीं निकला. राइल मिलों का कहना है कि सरकार से समय पर पैसा नहीं मिलने के कारण वह किसान को 48 घंटे में भुगतान करने में असमर्थ हैं, इसलिए धान नहीं खरीद रहे हैं. आज इस मुद्दे पर फिर वार्ता होगी.