हल्द्वानी: वन विभाग वनों और वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर लगातार गंभीर है. कोविड-19 के चलते नेपाल का बॉर्डर बंद होने के बाद बार्डर से सटे भारतीय जंगल की सुरक्षा को लेकर उत्तराखंड वनकर्मी राफ्टिंग की मदद से शारदा नदी पर गश्त कर रहा है. जिससे वन्यजीवों और वनों की सुरक्षा की जा सकें. यहीं नहीं राफ्टिंग के माध्यम से प्रवासी पक्षियों की भी निगरानी की जा रही है.
हल्द्वानी वन प्रभाग के शारदा रेंज के वनकर्मियों को डीएफओ कुंदन कुमार द्वारा निर्देशित किया गया है कि राफ्टिंग के जरिए बार्डर क्षेत्र में नियमित सुरक्षा गश्त की जाए. ठंड और कोहरे की वजह से तस्करों के सक्रिय रहने का खतरा ज्यादा रहता है.
डीएफओ कुंदन कुमार ने बताया कि हल्द्वानी डिवीजन की शारदा रेंज शारदा नदी पार करने के बाद भी डिवीजन का वन क्षेत्र पड़ता है. यहां पर वन्यजीवों और वनों की तस्करी की ज्यादा संभावनाएं रहती हैं. पहले नेपाल के रास्ते जाकर भारतीय वनों की सुरक्षा की जाती थी लेकिन कोविड-19 के चलते नेपाल ने अपने बॉर्डर बंद कर दिए हैं. भारतीय वन कर्मियों को नेपाल के रास्ते अपने वनों की सुरक्षा के लिए प्रतिबंध कर दिया है, ऐसे में वन विभाग कर्मचारियों को गश्त के लिए राफ्ट उपलब्ध कराया गया है. जो शारदा नदी के रास्ते नेपाल बॉर्डर जाकर अपनी वनों की सुरक्षा कर रहे हैं.
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डीएफओ कुंदन कुमार ने बताया कि वनकर्मियों की इस दिक्कत को देखते रेंज को एक राफ्ट उपलब्ध कराया है. ऐसे में वनकर्मी वन और वन्य जीव के साथ-साथ प्रवासी पक्षियों की भी राफ्ट के माध्यम से निगरानी कर रहे हैं.