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होटल कर्मचारियों की शिकायत का PMO ने लिया संज्ञान, CS और श्रम सचिव को दिए निर्देश

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Published : Apr 24, 2021, 9:30 PM IST

Updated : Apr 24, 2021, 10:42 PM IST

पिछले साल कोरोना संक्रमण के दौरान होटल मनु महारानी के 33 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया था, जिसको लेकर कर्मचारियों ने पीएम मोदी को पत्र भेजकर समस्या का निदान करने की मांग की थी. मामले में पीएमओ ने संज्ञान लेते हुए मुख्य सचिव और श्रम सचिव को होटल कर्मचारियों की समस्या का निदान करने के निर्देश दिए हैं.

शिकायत पर PMO ने लिया संज्ञान
शिकायत पर PMO ने लिया संज्ञान

नैनीताल: पिछले साल आई कोरोना महामारी ने कई लोगों को सड़कों पर ला दिया है. जिसमें सरोवर नगरी स्थित होटल मनु महारानी के कर्मचारी भी शामिल हैं. कोरोना महामारी ने होटल के 33 कर्मचारियों से इनका रोजगार छीन लिया. जिसको लेकर कर्मचारी पिछले 45 दिनों से क्रमिक अनशन पर बैठे हैं. इन कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर समस्या का निदान करने की मांग की थी. मामले में पीएमओ ने संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड के मुख्य सचिव और श्रम सचिव को होटल कर्मचारियों की समस्या का निदान करने के निर्देश दिए हैं.

होटल कर्मचारी एसोसिएशन के महासचिव नरेंद्र पपोला ने बताया कि पिछले साल कोरोना संक्रमण के दौरान होटल मनु महारानी के 33 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया था. लेकिन हालात सामान्य होने पर सभी को काम पर वापस रखने का आश्वासन दिया गया था. वहीं, जनवरी के बाद देश में संक्रमण के हालात सामान्य हुए तो होटल प्रबंधन ने इन्हें नौकरी रखने की जगह अन्य कर्मचारियों को नौकरी पर रख लिया.

शिकायत पर PMO ने लिया संज्ञान

ये भी पढ़ें: कोरोना के हालात पर CM ने की समीक्षा बैठक, दिये ये दिशा-निर्देश

जिसके बाद मजबूरन कर्मचारियों ने 10 दिन तक प्रदर्शन किया और उसके बाद क्रमिक अनशन शुरू कर दिया. आज क्रमिक अनशन को 45 दिन से अधिक हो चुके हैं, लेकिन होटल प्रबंधन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है. जिसकी वजह से इन कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र भेजकर अपनी समस्या का निदान करने की मांग की है.

वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय ने होटल कर्मचारियों के पत्र का संज्ञान लिया और प्रदेश के मुख्य सचिव और श्रम सचिव को होटल कर्मचारियों की समस्या का निदान करने के निर्देश दिए हैं. प्रधानमंत्री के इस निर्देश के बाद होटल कर्मचारियों को अपनी खोई हुई नौकरी मिलने की आस जगी है.

नैनीताल: पिछले साल आई कोरोना महामारी ने कई लोगों को सड़कों पर ला दिया है. जिसमें सरोवर नगरी स्थित होटल मनु महारानी के कर्मचारी भी शामिल हैं. कोरोना महामारी ने होटल के 33 कर्मचारियों से इनका रोजगार छीन लिया. जिसको लेकर कर्मचारी पिछले 45 दिनों से क्रमिक अनशन पर बैठे हैं. इन कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर समस्या का निदान करने की मांग की थी. मामले में पीएमओ ने संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड के मुख्य सचिव और श्रम सचिव को होटल कर्मचारियों की समस्या का निदान करने के निर्देश दिए हैं.

होटल कर्मचारी एसोसिएशन के महासचिव नरेंद्र पपोला ने बताया कि पिछले साल कोरोना संक्रमण के दौरान होटल मनु महारानी के 33 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया था. लेकिन हालात सामान्य होने पर सभी को काम पर वापस रखने का आश्वासन दिया गया था. वहीं, जनवरी के बाद देश में संक्रमण के हालात सामान्य हुए तो होटल प्रबंधन ने इन्हें नौकरी रखने की जगह अन्य कर्मचारियों को नौकरी पर रख लिया.

शिकायत पर PMO ने लिया संज्ञान

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जिसके बाद मजबूरन कर्मचारियों ने 10 दिन तक प्रदर्शन किया और उसके बाद क्रमिक अनशन शुरू कर दिया. आज क्रमिक अनशन को 45 दिन से अधिक हो चुके हैं, लेकिन होटल प्रबंधन उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है. जिसकी वजह से इन कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र भेजकर अपनी समस्या का निदान करने की मांग की है.

वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय ने होटल कर्मचारियों के पत्र का संज्ञान लिया और प्रदेश के मुख्य सचिव और श्रम सचिव को होटल कर्मचारियों की समस्या का निदान करने के निर्देश दिए हैं. प्रधानमंत्री के इस निर्देश के बाद होटल कर्मचारियों को अपनी खोई हुई नौकरी मिलने की आस जगी है.

Last Updated : Apr 24, 2021, 10:42 PM IST
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