हल्द्वानी: उत्तराखंड वन अनुसंधान केंद्र अपनी कई उपलब्धियों के लिए जाना जाता है. केंद्र जैव विविधता संरक्षण के क्षेत्र के साथ-साथ औषधीय गुणों के पौधों को भी संरक्षित करने का काम कर रहा है. इसी के तहत अब वन विभाग लोगों तक औषधीय पौधे कैसे उपलब्ध हों, इसके लिए जुट गया है. अनुसंधान केंद्र अपने प्रदेश के सभी विभागीय केंद्रों पर बड़ी संख्या में औषधीय गुणों से भरपूर पौधों के साथ-साथ पर्यावरण से जुड़े पौधों को भी संरक्षित कर वेबसाइट के माध्यम से लोगों को पौधे उपलब्ध कराने जा रहा है. जिससे कि लोग इन पौधों को अपने घरों में लगाकर पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ औषधीय पौधों को प्रयोग में ला सकें.
उत्तराखंड वन अनुसंधान केंद्र हल्द्वानी नर्सरी के प्रभारी मदन सिंह बिष्ट ने कहा कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर विभाग द्वारा एक वेबसाइट ukfri. org लॉन्च की गयी है जिसकी मदद से लोग पौधों के औषधीय गुणों की जानकारी के साथ-साथ उन्हें ऑनलाइन खरीद सकते हैं. वेबसाइट में विभाग के पास उपलब्ध पौधों का विवरण दिया गया है. साथ ही इनके दाम भी वेबसाइट में जारी किए गए हैं जिससे कि लोग ऑनलाइन इसकी जानकारी हासिल कर पौधा खरीद सकें.
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उन्होंने बताया कि औषधीय पौधों को उनके वातावरण के अनुसार अलग-अलग नर्सरी में उगाया गया है, जिसमें सजावट, सुगंध और औषधीय पौधों, रुद्राक्ष, चंदन इत्यादि कई प्रजातियों के पौधों का विवरण किया गया है. ऑनलाइन के माध्यम से प्रदेश के हल्द्वानी और लालकुआं, गाजा रेंज के भुजियाघाट, रानीखेत रेंज के कालिका और द्वारसों, पिथौरागढ़ रेंज के मुनसियारी, गोपेश्वर रेंज के गोपेश्वर, टंगसा, देहरादून रेंज के श्यामपुर (हरिद्वार) कालसी और चकराता रेंज में तैयार किए गए पौधों की जानकारी हासिल कर सकते हैं. इसके अलावा लालकुआं स्थित अनुसंधान केंद्र में 20 प्रकार से अधिक तुलसी की प्रजातियों को भी लगाया गया है जो औषधीय गुणों से भरपूर हैं. इन्हें भी वेबसाइट में दर्शाया गया है.