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साहसिक खेल संचालकों को नैनीताल हाई कोर्ट का नोटिस, सांस्कृतिक विरासत को पहुंचा रहे नुकसान

भीमताल की पंत का दरिया कर्नाटक संस्कृति मंच ने नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कहा है कि 9 कुचिया ताल के कमल ताल में लोगों ने पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रस्सियां और केबल डालकर साहसिक खेल कराए जा रहे हैं, जिससे कमल ताल में उगने वाले फूलों को नुकसान हो रहा है.

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Published : Mar 20, 2019, 2:35 AM IST

साहसिक खेल संचालकों को नैनीताल हाई कोर्ट का नोटिस

नैनीताल: कमल ताल में उगने वाले फूलों को साहसिक खेलों के चलते हो रहे नुकसान को लेकर नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है. जिसको कोर्ट ने गंभीरता से लेते हुए झील में एडवेंचर स्पोर्ट्स करा रहे लोगों को नोटिस जारी किया है. साथ ही मामले में राज्य सरकार को 3 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं.


पढ़ें-फार्मासिस्ट की नियुक्ति का मामला नैनीताल हाई कोर्ट में पहुंचा, 27 तक सरकार से जवाब मांगा


भीमताल की पंत का दरिया कर्नाटक संस्कृति मंच ने नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कहा है कि 9 कुचिया ताल के कमल ताल में लोगों ने पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रस्सियां और केबल डालकर साहसिक खेल कराए जा रहे हैं, जिससे कमल ताल में उगने वाले फूलों को नुकसान हो रहा है. साथ ही यह ताल सांस्कृतिक विरासत है और इसका पौराणिक महत्व है. लिहाजा इस यहां किसी भी प्रकार के व्यवसायिक कार्यक्रम नहीं कराए जाने चाहिए.

साहसिक खेल संचालकों को नैनीताल हाई कोर्ट का नोटिस


याचिकाकर्ता का कहना है कि देश-विदेश में नैनीताल का यह ताल कमल ताल के नाम से अपनी अलग पहचान बनाए हुए है, लिहाजा इसका संरक्षण किया जाना चाहिए. कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए झील में एडवेंचर स्पोर्ट्स करा रहे लोगों को नोटिस जारी किया है. साथ ही मामले में राज्य सरकार को 3 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं.

नैनीताल: कमल ताल में उगने वाले फूलों को साहसिक खेलों के चलते हो रहे नुकसान को लेकर नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है. जिसको कोर्ट ने गंभीरता से लेते हुए झील में एडवेंचर स्पोर्ट्स करा रहे लोगों को नोटिस जारी किया है. साथ ही मामले में राज्य सरकार को 3 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं.


पढ़ें-फार्मासिस्ट की नियुक्ति का मामला नैनीताल हाई कोर्ट में पहुंचा, 27 तक सरकार से जवाब मांगा


भीमताल की पंत का दरिया कर्नाटक संस्कृति मंच ने नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कहा है कि 9 कुचिया ताल के कमल ताल में लोगों ने पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रस्सियां और केबल डालकर साहसिक खेल कराए जा रहे हैं, जिससे कमल ताल में उगने वाले फूलों को नुकसान हो रहा है. साथ ही यह ताल सांस्कृतिक विरासत है और इसका पौराणिक महत्व है. लिहाजा इस यहां किसी भी प्रकार के व्यवसायिक कार्यक्रम नहीं कराए जाने चाहिए.

साहसिक खेल संचालकों को नैनीताल हाई कोर्ट का नोटिस


याचिकाकर्ता का कहना है कि देश-विदेश में नैनीताल का यह ताल कमल ताल के नाम से अपनी अलग पहचान बनाए हुए है, लिहाजा इसका संरक्षण किया जाना चाहिए. कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए झील में एडवेंचर स्पोर्ट्स करा रहे लोगों को नोटिस जारी किया है. साथ ही मामले में राज्य सरकार को 3 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं.

Intro:स्लग जवाब सरकार

रिपोर्ट गौरव जोशी

स्थान नैनीताल

एंकर नैनीताल हाईकोर्ट ने भीमताल के कमल ताल में रस्सियों और केबल डाल कर करे जा रहे साहसिक खेल के मामले में राज्य सरकार से 3 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं,, वहीं कोर्ट ने झील में रसिया ओ केबल डाल कर साहसिक खेल कर आ रहे लोगों को नोटिस जारी करें है


Body:आपको बता दें कि भीमताल की पंत कदरिया करनाटक संस्कृति मंच ने नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कहा है कि 9 कुचिया ताल के कमल ताल में लोगों के द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रसिया और केबल डालकर साहसिक खेल कराए जा रहे हैं जिससे कमल ताल में उगने वाले फूलों को नुकसान हो रहा है साथ ही यह ताल सांस्कृतिक विरासत है और इसका पौराणिक महत्व है और इस साल में स्थानीय लोगों की अगाध आस्था है,, लिहाजा इस साल पर किसी भी प्रकार के व्यवसायिक कार्यक्रम नहीं कराए जाने चाहिए,,,


Conclusion:साथ ही याचिकाकर्ता का कहना है कि देश विदेश में नैनीताल का यह ताल कमल ताल के नाम से अपनी अलग पहचान बनाए हुए हैं लिहाजा इसका संरक्षण किया जाना चाहिए कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए झील में एडवेंचर स्पोर्ट्स करा रहे लोगों को नोटिस जारी करें साथ ही मामले में राज्य सरकार को 3 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं

बाइट संजय भट्ट अधिवक्ता याचिकाकर्ता
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