नैनीताल: कमल ताल में उगने वाले फूलों को साहसिक खेलों के चलते हो रहे नुकसान को लेकर नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है. जिसको कोर्ट ने गंभीरता से लेते हुए झील में एडवेंचर स्पोर्ट्स करा रहे लोगों को नोटिस जारी किया है. साथ ही मामले में राज्य सरकार को 3 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं.
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भीमताल की पंत का दरिया कर्नाटक संस्कृति मंच ने नैनीताल हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर कहा है कि 9 कुचिया ताल के कमल ताल में लोगों ने पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रस्सियां और केबल डालकर साहसिक खेल कराए जा रहे हैं, जिससे कमल ताल में उगने वाले फूलों को नुकसान हो रहा है. साथ ही यह ताल सांस्कृतिक विरासत है और इसका पौराणिक महत्व है. लिहाजा इस यहां किसी भी प्रकार के व्यवसायिक कार्यक्रम नहीं कराए जाने चाहिए.
याचिकाकर्ता का कहना है कि देश-विदेश में नैनीताल का यह ताल कमल ताल के नाम से अपनी अलग पहचान बनाए हुए है, लिहाजा इसका संरक्षण किया जाना चाहिए. कोर्ट ने मामले को गंभीरता से लेते हुए झील में एडवेंचर स्पोर्ट्स करा रहे लोगों को नोटिस जारी किया है. साथ ही मामले में राज्य सरकार को 3 सप्ताह के भीतर जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं.