यरुशलम: पिछले एक साल में गाजा पट्टी में इजराइल ने 40,000 से अधिक ठिकानों पर बमबारी की है. इस दौरान उसने 4700 सुरंग शाफ्ट किए हैं और 1,000 रॉकेट लॉन्चर साइटों को नष्ट कर दिया है. इस बात की जानकारी इजराइली सेना ने सोमवार को हमास द्वारा किए गए हमलों की बरसी पूरी होने के मौके पर दी.
इजराइली सेना ने कहा कि उसने युद्ध की शुरुआत से 300,000 रिजर्विस्टों को भर्ती किया है . इनमें 82 फीसदी पुरुष और 18 प्रतिशत महिलाएं हैं. भर्ती किए गए रिजर्विस्टों में से लगभग आधे 20 से 29 साल की आयु के हैं.
इजराइल पर 13,200 रॉकेट दागे गए
युद्ध की शुरुआत से लेकर अब तक गाजा से इजराइल में 13,200 रॉकेट दागे गए हैं. सेना ने बताया कि लेबनान से 12,400 रॉकेट दागे गए, जबकि सीरिया से 60, यमन से 180 और ईरान से 400 रॉकेट से हमला किया गया है.
6 हजार जमीनी ठिकानों पर हमला
सेना के मुताबिक उसने लेबनान में 800 से ज्यादा हिजबुल्लाह के आतंकवादियों को मार गिराया. वहीं, उसके 4,900 ठिकानों पर हवा से और लगभग 6,000 जमीनी ठिकानों पर हमला किया गया. पिछले एक साल में, इजराइल ने वेस्ट बैंक और जॉर्डन घाटी में 5,000 से ज्यादा संदिग्धों को गिरफ़्तार भी किया है.
726 इजराइली सैनिकों की मौत
सेना ने कहा कि इसने पिछले एक साल में गाजा के आठ उग्रवादी ब्रिगेड कमांडरों, लगभग 30 बटालियन कमांडरों और 165 कंपनी कमांडरों को भी ढेर कर दिया. इजराइल की सेना ने कहा कि 7 अक्टूबर 2023 से अब तक 726 इजराइली सैनिक मारे गए हैं. इनमें से 7 अक्टूबर के हमलों में 380, जबकि 27 अक्टूबर 2023 से शुरू होने वाले गाजा युद्ध में 346 मारे गए.
वहीं, अब तक घायल सैनिकों की संख्या 4,576 हो गई है. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार गाजा पर इजराइल के सैन्य हमले में लगभग 42,000 फिलिस्तीनी मारे गए हैं.