नैनीताल: 21वीं सदी में जहां हम विकास की गंगा लाएंगे, यमुना लाएंगे, ये करेंगे, वो करेंगे की बात करते हैं. इस बीच ये सुन लें कि आजादी के 73 सालों में पब्लिक को एक सड़क नहीं मिल पाई तो शायद बात हजम न हो. लेकिन दुर्भाग्यवश ये सच है. नैनीताल जिले के करकोटक नाम के इस गांव में आज तक सड़क नहीं बन पाई है.
एक अदद सड़क के लिए ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसे लेकर ग्रामीण हर किसी के दरवाजे तक पहुंच चुके हैं. लेकिन निराशा ही हाथ लगी. आज इस कड़ी में ग्रामीणों ने डीएम कार्यालय का घेराव किया और डीएम सविन बंसल को ज्ञापन देकर गांव में जल्द से जल्द सड़क बनाने की मांग की.
ग्रामीणों का कहना है कि आज तक उनके गांव में सड़क नहीं बन सकी है. सड़क की मांग को लेकर वह कई बार आवाज उठा चुके हैं, मगर आज तक उनकी समस्या का हल नहीं हुआ. डीएम को ज्ञापन देने नैनीताल पहुंची महिलाओं का कहना है कि उनको सबसे ज्यादा दिक्कत उस समय होती है जब गांव में कोई महिला या व्यक्ति बीमार हो जाता है. उस वक्त बीमार को अस्पताल ले जाने के लिए डोली में बैठाकर करीब 15 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ता है. यही नहीं छोटे-छोटे बच्चों को स्कूल आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसी वजह से वह आज वो अपना काम छोड़कर डीएम ऑफिस पहुंची हैं ताकि उनके गांव में सड़क निर्माण हो सके.
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विकास भवन और ब्लॉक मुख्यालय से महज 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कारकोटक गांव में सड़क न होना वाकई प्रशासन के मुंह पर चोट है. इस मामले में डीएम सविन बंसल का कहना है कि ग्रामीणों की मांग पर अगले वित्तीय वर्ष में जिला योजना व अन्य मदों से सड़क निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा ताकि क्षेत्रवासियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो.