ETV Bharat / state

सूबे में सुप्रीम कोर्ट की बेंच मांग ने पकड़ा जोर, हिमालयी राज्यों को मिलेगा लाभ - सुप्रीम कोर्ट की बेंच मांग

गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति ने एक कार्यक्रम के दौरान सुप्रीम कोर्ट पर मुकदमों का बोझ कम करने के लिए देश में सुप्रीम कोर्ट की चार बेंच खोलने का सुझाव दिया था. जबकि, विधि आयोग पूर्व में भी इसी तरह की सिफारिश कर चुका है.

अधिवक्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट की बेंच देहरादून में बनाने की मांग की.
author img

By

Published : Aug 29, 2019, 8:39 PM IST

नैनीताल: सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच देहरादून में बनाने की मांग ने एक बार फिर जोर पकड़ा है. हाई कोर्ट के अधिवक्ता लंबे समय से इस बेंच की मांग कर रहे हैं. अधिवक्ताओं का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में 90% से अधिक याचिकाएं खारिज हो जाती हैं. जिसकी वजह से सुप्रीम कोर्ट में काम का अत्यधिक बोझ है .

उच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं का कहना है कि लंबित वादों में समय से न्याय नहीं मिल पा रहा है. साथ ही देश में सुप्रीम कोर्ट की चार बेंच स्थापित करने का कार्य भी जल्द पूरा हो जाना चाहिए ताकि लोगों को इसका फायदा मिल सके.वहीं, अधिवक्ताओं की मांग है कि देहरादून में हिमालयी राज्यों के लिए सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच की स्थापना होनी चाहिए, जिससे उत्तर भारत क्षेत्र के सभी लोगों को जल्द से जल्द न्याय मिल पाए.

सुप्रीम कोर्ट की बेंच देहरादून में बनाने की मांग .

गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति ने एक कार्यक्रम के दौरान सुप्रीम कोर्ट पर मुकदमों का बोझ कम करने के लिए देश में सुप्रीम कोर्ट की चार बेंच खोलने का सुझाव दिया था. जबकि, विधि आयोग पूर्व में भी इसी तरह की सिफारिश कर चुका है. ऐसे में आयोग की सिफारिश के मद्देनजर हाई कोर्ट के वकीलों ने देहरादून में सुप्रीम कोर्ट की बेंच खोलने के लिए अपनी आवाज बुलंद की है.

यह भी पढ़ें-कालाढूंगी को सरकार ने दी मिनी स्टेडियम की सौगात, अगस्त में खेलमंत्री करेंगे उद्घाटन

इस दौरान अधिवक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डबल इंजन की सरकार में उत्तराखंडवासियों से प्रदेश का विशेष ध्यान रखने का आश्वासन दिया था. अब समय आ गया है कि उत्तराखंड का विशेष ध्यान दिया जाए और उत्तराखंड में सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच की स्थापना की जाये, ताकि राज्य का समग्र विकास हो सके.

वहीं, इस मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता महेंद्र सिंह पाल का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट की बेंच बनाने को लेकर अटॉर्नी जनरल और लॉ कमीशन भी अपनी राय व्यक्त कर चुके हैं. इनकी भी राय यही है कि 4 बेंच बननी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उत्तराखंड में सुप्रीम कोर्ट की बेंच बनती है तो उससे युवाओं को रोजगार मिलेगा और पलायन पर भी रोक लगेगी.

नैनीताल: सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच देहरादून में बनाने की मांग ने एक बार फिर जोर पकड़ा है. हाई कोर्ट के अधिवक्ता लंबे समय से इस बेंच की मांग कर रहे हैं. अधिवक्ताओं का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में 90% से अधिक याचिकाएं खारिज हो जाती हैं. जिसकी वजह से सुप्रीम कोर्ट में काम का अत्यधिक बोझ है .

उच्च न्यायालय के अधिवक्ताओं का कहना है कि लंबित वादों में समय से न्याय नहीं मिल पा रहा है. साथ ही देश में सुप्रीम कोर्ट की चार बेंच स्थापित करने का कार्य भी जल्द पूरा हो जाना चाहिए ताकि लोगों को इसका फायदा मिल सके.वहीं, अधिवक्ताओं की मांग है कि देहरादून में हिमालयी राज्यों के लिए सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच की स्थापना होनी चाहिए, जिससे उत्तर भारत क्षेत्र के सभी लोगों को जल्द से जल्द न्याय मिल पाए.

सुप्रीम कोर्ट की बेंच देहरादून में बनाने की मांग .

गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति ने एक कार्यक्रम के दौरान सुप्रीम कोर्ट पर मुकदमों का बोझ कम करने के लिए देश में सुप्रीम कोर्ट की चार बेंच खोलने का सुझाव दिया था. जबकि, विधि आयोग पूर्व में भी इसी तरह की सिफारिश कर चुका है. ऐसे में आयोग की सिफारिश के मद्देनजर हाई कोर्ट के वकीलों ने देहरादून में सुप्रीम कोर्ट की बेंच खोलने के लिए अपनी आवाज बुलंद की है.

यह भी पढ़ें-कालाढूंगी को सरकार ने दी मिनी स्टेडियम की सौगात, अगस्त में खेलमंत्री करेंगे उद्घाटन

इस दौरान अधिवक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डबल इंजन की सरकार में उत्तराखंडवासियों से प्रदेश का विशेष ध्यान रखने का आश्वासन दिया था. अब समय आ गया है कि उत्तराखंड का विशेष ध्यान दिया जाए और उत्तराखंड में सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच की स्थापना की जाये, ताकि राज्य का समग्र विकास हो सके.

वहीं, इस मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता महेंद्र सिंह पाल का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट की बेंच बनाने को लेकर अटॉर्नी जनरल और लॉ कमीशन भी अपनी राय व्यक्त कर चुके हैं. इनकी भी राय यही है कि 4 बेंच बननी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर उत्तराखंड में सुप्रीम कोर्ट की बेंच बनती है तो उससे युवाओं को रोजगार मिलेगा और पलायन पर भी रोक लगेगी.

Intro:Summry नैनीताल हाईकोर्ट के अधिवक्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच देहरादून में बनाने की करी माँग। Intro उपराष्ट्रपति द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान सुप्रीम कोर्ट में मुकदमों का बोझ कम करने के लिए देश में सुप्रीम कोर्ट की चार बेंच खोलने का सुझाव दिया था, विधि आयोग ने भी पूर्व में इस तरह की सिफारिश की है जिसको देखते हुए हाई कोर्ट के वकीलों ने देहरादून में सुप्रीम कोर्ट की बेंच खोलने के लिए अपनी आवाज बुलंद की है।


Body:बेंच की मांग कर रहे अधिवक्ताओं का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में 90% से अधिक याचिकाएं खारिज हो जाती हैं जिसकी वजह से सुप्रीम कोर्ट में काम का अत्यधिक बोझ है जिससे वात कार्यों को न्याय नहीं मिल पा रहा साथ ही देश में सुप्रीम कोर्ट की चार बेंच स्थापित करने को लेकर जल्द ही काम पूरा हो जाना चाहिए ताकि लोगों को इसका फायदा मिल सके। वही देहरादून में हिमालई राज्यों के लिए सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच की स्थापना होनी चाहिए, जिससे उत्तर भारत क्षेत्र के सभी लोगों को न्याय जल्द से जल्द मिलेगा। बाईट- एमसी पंत,अधिवक्ता


Conclusion:इस दौरान अधिवक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डबल इंजन की सरकार में उत्तराखंड वासियों से प्रदेश का विशेष ध्यान रखने का आश्वासन दिया था तो अब समय आ गया है कि उत्तराखंड का विशेष ध्यान दिया जाए और उत्तराखंड में सुप्रीम कोर्ट की एक बेंच बनाई जाए ताकि उत्तराखंड का समग्र विकास हो सके, वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता महेंद्र सिंह पाल का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट की बेंच बनाने को लेकर अटॉर्नी जनरल और लॉ कमीशन भी अपनी राय व्यक कर चुके है कि 4 बेंच बननी चाहिए। साथ ही अधिवक्ताओं का कहना है कि अगर उत्तराखंड में सुप्रीम कोर्ट की बेंच बनती है तो उससे युवाओं को रोजगार मिलेगा और पलायन पर भी रोक लगेगी। बाईट- महेंद्र पाल, अधिवक्ता।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.