नैनीतालः सरोवर नगरी के सात नंबर क्षेत्र में लावारिस हालत में मिली नवजात बच्ची को जिला प्रशासन का सहारा मिल गया है. डीएम सविन बंसल ने कहा कि बच्ची के ठीक होने के बाद उसका पूरा खर्च जिला प्रशासन द्वारा उठाया जाएगा. साथ ही कोई बच्ची को गोद लेना चाहता है तो नियमानुसार ले सकता है. वहीं, अगर बच्ची को किसी ने गोद नहीं लिया तो उसे बचपन से लेकर शिक्षा-दीक्षा और शादी तक का पूरा खर्च जिला प्रशासन उठाएगा. फिलहाल, लावारिस बच्ची को अब बच्चों की देखरेख करने वाली संस्था चाइल्ड लाइन की देखरेख में भेज दिया गया है.
डीएम सविन बंसल के निर्देश पर बच्ची के उपचार और उचित स्वास्थ्य परीक्षण के लिए उसको हल्द्वानी के हायर सेंटर में भेजा गया है, जहां बच्ची का प्राथमिक उपचार चल रहा है. डीएम ने कहा कि बच्ची को नाले में फेंकने की सूचना देने वाले व्यक्ति को ₹10,000 का नगद पुरस्कार दिया जाएगा और सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम पूर्ण रूप से गुप्त रखा जाएगा.
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वहीं, बच्ची को नाले में फेंकने की घटना को निंदनीय बताते हुए डीएम ने कहा कि जिन लोगों द्वारा बच्ची को नाले में फेंका गया है, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, बच्ची के ठीक होने के बाद उसे अल्मोड़ा के शिशुगृह में भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि बच्ची के लालन-पालन और शिक्षा-दीक्षा की जिम्मेदारी अभी जिला प्रशासन संभाल रहा है.