हल्द्वानी: लालकुआं क्षेत्र में डेंगू का कहर देखने को मिल रहा है. यहां कई लोग संक्रामक बीमारी और डेंगू की चपेट में हैं. जिसे देखते हुए नैनीताल मुख्य चिकित्सा अधिकारी भागीरथी जोशी ने स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ लालकुआं के डेंगू प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. साथ ही स्वास्थ्य विभाग को जरूरी दिशा निर्देश दिए. साथ ही मरीजों से मुलाकात कर उनका हाल जाना.
बता दें कि लालकुआं में बेकाबू होते डेंगू और संक्रामक बीमारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है. लालकुआं में डेंगू के कई नए मामले सामने आए हैं. पूरे जिले में मरीजों का आंकड़ा 78 तक पहुंच गया है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने अब सख्ती बरतनी शुरू कर दी है. अंबेडकर पार्क में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है. जहां लोगों की जांच की जा रही है. जिनकी तबीयत ज्यादा खराब है, उन्होंने उपचार के लिए हल्द्वानी भेजा रहा है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीम डोर टू डोर जाकर लोगों को डेंगू और मलेरिया बुखार के प्रति जागरूक किया जा रहा है.
वहीं, नैनीताल सीएमओ भागीरथी जोशी (Nainital CMO Bhagirathi Joshi) ने बताया कि उन्होंने लालकुआं के विभिन्न इलाकों का निरीक्षण किया है. लोगों को निर्देशित किया गया है कि वो अपने आस पास गंदगी और पानी इकट्ठा न होने दें. साथ ही उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक शिविर लगाया है. डेंगू प्रभावित मलिन बस्तियों में भी स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि नैनीताल जिले में अब तक 78 मामले डेंगू के सामने आए हैं.
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सीएमओ जोशी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश किया है कि फॉगिंग के साथ-साथ जांच में तेजी लाई जाए. उन्होंने कहा कि इससे आलावा आशा कार्यकर्ताओं को भी डोर टू डोर जाकर लोगों को जागरूक करने को कहा गया है. मलेरिया विभाग लगातार लोगों के घरों में जाकर डेंगू लार्वा नष्ट कर रहा है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वो अपने घरों के आसपास गंदगी और पानी इकट्ठा न होने दें. साफ सफाई का भी विशेष ध्यान दें.
डेंगू के लक्षण
- तेज बुखार, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द.
- शरीर में लाल चकत्ते पड़ना.
- आंखों के पिछले हिस्से में दर्द होना.
- कमजोरी और भूख न लगना.
- सिर दर्द और उल्टी की शिकायत.
डेंगू से बचाव
- डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है.
- अपने घरों के आस-पास पानी इकठ्ठा नहीं होने दें.
- कूलर, गमलों समेत अन्य स्थानों पर पानी जमा नहीं होने दें.
- टायर में पानी जमा न होने दें. साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें.
- एक जगह पानी जमा होने पर लार्वा तेजी से पनपते हैं.
- सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.
- डेंगू के मच्छर दिन में काटते हैं. ऐसे कपड़े पहने जो पूरे बदन को ढक सके.
- डेंगू जैसे लक्षण महसूस होने पर खूब पानी पीना चाहिए.
- बुखार आने पर पेरासिटामोल भी ले सकते हैं.
- पर्याप्त मात्रा में आराम करना चाहिए.
- चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिए.