हल्द्वानी: शहर में इन दिनों अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत आज जिला प्रशासन और नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने हल्द्वानी के सबसे संवेदनशील गांधीनगर इलाके में पहुंची. जहां भारी फोर्स के बीच अतिक्रमण हटाया गया. इस दौरान लोगों ने कार्रवाई का जमकर विरोध किया. लोगों ने जेसीबी मशीन के आगे लेट कर जिला प्रशासन और नगर निगम के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं विरोध कर रहे लोगों को पुलिस की टीम ने हिरासत में ले लिया.
गौर हो कि विधायक सुमित हृदयेश को प्रशासन और पुलिस ने उनके घर में नजरबंद कर दिया और उनके घर पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनाती की गई. एसडीएम हल्द्वानी मनीष कुमार सिंह, सीओ भूपेन धोनी समेत कई थाने और चौकी प्रभारी समेत विधायक के घर पर मौजूद रहे. बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनके आवास पर जमे हुए थे. सुमित हृदयेश ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव में जिनकी हल्द्वानी से हार हुई है, उन के इशारे पर नगर निगम प्रशासन गरीब लोगों पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रहा है.
गांधीनगर इलाके में स्थानीय पार्षद रोहित कुमार, गुफरान और शकील अहमद के नेतृत्व में लोगों ने जमकर हंगामा किया. कार्रवाई के दौरान जिला प्रशासन की टीम ने लोगों की एक नहीं सुनी और अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाया. प्रशासन की इस कार्रवाई में कई मकानों को ध्वस्त किया गया. अतिक्रमण को हटाने को लेकर भारी पुलिस फोर्स और पीएससी तैनात की गई थी. इस दौरान लोगों ने कार्रवाई का जमकर विरोध किया. गुस्साए लोगों ने जेसीबी मशीन के आगे लेट कर जिला प्रशासन और नगर निगम के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की.
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वहीं विरोध कर रहे लोगों को पुलिस की टीम ने हिरासत में ले लिया. वहीं नगर आयुक्त नगर निगम पंकज उपाध्याय का कहना है कि कर्मचारियों के माध्यम से कई दिन पहले नोटिस जारी कर अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया गया था. लेकिन अतिक्रमणकारी अतिक्रमण को नहीं हटा रहे थे. मजबूरन प्रशासन को कार्रवाई करनी पड़ी. अतिक्रमण हटाने के खिलाफ लोग धरने पर बैठ गए. वहीं, स्थानीय लोगों का मानना है कि अतिक्रमण अभियान शहर में एक समान रूप से चलना चाहिए और किसी को भी एकतरफा कार्रवाई कर निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए.