हल्द्वानीः नैनीताल जिले में डेंगू का कहर देखने को मिल रहा है. हल्द्वानी में अभी तक 75 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. हल्द्वानी के दमुवाढूंगा क्षेत्र में डेंगू (Dengue in Haldwani) से सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हैं. डेंगू के मरीजों के लिए हल्द्वानी बेस अस्पताल और सुशीला तिवारी अस्पताल में अलग-अलग वॉर्ड बनाए गए हैं. डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश ने स्वास्थ्य अधिकारियों से जानकारी ली और डेंगू को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए.
हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश (Haldwani MLA Sumit Hridayesh) ने कहा है कि शहर में फॉगिंग की सबसे ज्यादा आवश्यकता है. जिसे देखते हुए नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से हर गली मोहल्ले में फॉगिंग की मात्रा बढ़ाने को कहा गया है. इसके अलावा जलभराव से निपटने और डेंगू के सोर्स को पता लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं. साथ ही डेंगू के प्रभावी रोकथाम के निर्देश दिए हैं.
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विधायक हृदेश ने एसीएमओ रश्मि पंत (ACMO Rashmi Pant) से जानकारी लेते हुए कहा कि जिस तरीके से डेंगू का कहर जारी है. उससे बचाव के लिए ज्यादा से ज्यादा फॉगिंग की जरूरत है. उन्होंने स्वास्थ्य महकमे को इस ओर ध्यान देने को कहा. उन्होंने कहा कि शहर के कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां डेंगू का प्रकोप ज्यादा देखने को मिल रहा है. डेंगू के रोकथाम के लिए विभाग और नगर निगम मिलकर काम करें. ताकि डेंगू को रोका जा सके.
डेंगू फैलने से ऐसे रोकेंः बरसात के दौरान घरों में पानी जमा न होने दें. कूलर से समय-समय पर पानी निकालते रहें. गमलों में पानी इकट्ठा न होने दें. टायर में पानी जमा न होने दें. साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें. पूरे बाजू वाले कपड़े पहनें. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें.
डेंगू के लक्षणः बता दें कि डेंगू और मलेरिया दोनों ही मादा मच्छर के काटने से होते हैं. डेंगू एक तरह का वायरस है, जो एडीज नाम के मादा मच्छर के काटने से शरीर में फैलता है. यदि किसी व्यक्ति को डेंगू हो जाए तो उसे तेज बुखार आने के साथ ही उल्टी, शरीर में दर्द और अकड़न की शिकायत होती है. इसके साथ ही डेंगू के शिकार व्यक्ति के खून में मौजूद प्लेटलेट्स भी तेजी से कम होने लगते हैं.