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अवैध खनन से 10 सालों में सरकार के खजाने में जमा हुए 55 करोड़ रुपए

जुर्माने के तौर पर खनन विभाग ने पिछले 10 सालों में सरकार के खजाने में 55 करोड़ रुपए का इजाफा किया है. 2018-19 में 38 मामले दर्ज किए गए. छह करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया जिसमें 3 करोड़ 75 लाख राजस्व की प्राप्ति हुई.

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Published : Oct 17, 2019, 10:54 PM IST

अवैध खनन पर खनन विभाग ने पिछले 10 सालों में कमाए 55 करोड़.

हलद्वानी: प्रदेश सरकार का खजाना सबसे ज्यादा खनन विभाग ही भरता है. जुर्माने के तौर पर खनन विभाग ने पिछले 10 सालों में सरकार के खजाने में 55 करोड़ रुपए का इजाफा किया है.

अवैध खनन पर खनन विभाग ने पिछले 10 सालों में कमाए 55 करोड़.

जिला खनन अधिकारी रवि नेगी ने बताया कि अवैध भंडारण और अवैध खनन पातन पर वर्ष 2010 से अगस्त 2019 तक 150 मामले दर्ज किए गए हैं. जिसमें 55 करोड़ रुपए की पेनल्टी लगाई गई है. उन्होंने बताया कि अभी तक 27 करोड़ रुपए सरकार के खाते में जमा किए जा चुके हैं. कुछ मामला न्यायालय में विचाराधीन है.

यह भी पढ़ें-उत्तराखंड: दीपावली से पहले रोडवेज कर्मियों की हड़ताल, 22 अक्टूबर से बसों का संचालन बंद

खनन अधिकारी ने बताया कि 2018-19 में 38 मामले दर्ज किए गए. छह करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया जिसमें 3 करोड़ 75 लाख राजस्व की प्राप्ति हुई जबकि 19 मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं.

यह भी पढ़ें-2 हजार की रिश्वत लेना पड़ा महंगा, चार साल की कैद सहित 25 हजार का जुर्माना

वहीं, वर्ष 2019 अप्रैल से अगस्त 2019 तक 35 मामले दर्ज किए गए. जिसमें 12 करोड़ रुपए के जुर्माना की कार्रवाई की गई है, जबकि सरकार के खाते में 4 करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं. बाकियों के ऊपर कार्रवाई चल रही है. रवि नेगी ने कहा कि अवैध खनन के खिलाफ आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी.

हलद्वानी: प्रदेश सरकार का खजाना सबसे ज्यादा खनन विभाग ही भरता है. जुर्माने के तौर पर खनन विभाग ने पिछले 10 सालों में सरकार के खजाने में 55 करोड़ रुपए का इजाफा किया है.

अवैध खनन पर खनन विभाग ने पिछले 10 सालों में कमाए 55 करोड़.

जिला खनन अधिकारी रवि नेगी ने बताया कि अवैध भंडारण और अवैध खनन पातन पर वर्ष 2010 से अगस्त 2019 तक 150 मामले दर्ज किए गए हैं. जिसमें 55 करोड़ रुपए की पेनल्टी लगाई गई है. उन्होंने बताया कि अभी तक 27 करोड़ रुपए सरकार के खाते में जमा किए जा चुके हैं. कुछ मामला न्यायालय में विचाराधीन है.

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खनन अधिकारी ने बताया कि 2018-19 में 38 मामले दर्ज किए गए. छह करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया जिसमें 3 करोड़ 75 लाख राजस्व की प्राप्ति हुई जबकि 19 मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं.

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वहीं, वर्ष 2019 अप्रैल से अगस्त 2019 तक 35 मामले दर्ज किए गए. जिसमें 12 करोड़ रुपए के जुर्माना की कार्रवाई की गई है, जबकि सरकार के खाते में 4 करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं. बाकियों के ऊपर कार्रवाई चल रही है. रवि नेगी ने कहा कि अवैध खनन के खिलाफ आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी.

Intro:sammry-अवैध खनन पर खनन विभाग ने पिछले 10 सालों में कमाए 55 करोड़ 150 मामले दर्ज।

एंकर- प्रदेश सरकार का खजाना सबसे ज्यादा खनन विभाग से ही मिलता है। ऐसे में सरकार अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए लगातार कार्रवाई करती है लेकिन अवैध खनन का कारोबार थमने का नाम नहीं लेता है। लेकिन अवैध खनन से जुर्माने के तौर पर खनन विभाग ने पिछले 10 सालों में सरकार के खजाने में 55 करोड़ रुपए का इजाफा किया है।


Body:जिला खनन अधिकारी रवि नेगी ने बताया कि अवैध भंडारण और अवैध खनन पातन पर वर्ष 2010 से अगस्त 2019 तक 150 मामले दर्ज किए गए हैं जिसमें 55 करोड रूपए की प्लांटी लगाई गई है। जिसमें अभी तक 27 करोड रुपए सरकार के खाते में जमा किए जा चुके हैं जबकि आधे से अधिक मामले न्यायालय में विचाराधीन है।
उन्होंने बताया कि 2018-19 में 38 मामले दर्ज किए गए जबकि छह करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया जिसमें 3 करोड़ 75 की राजस्व की प्राप्ति हुई जबकि 19 मामले कोर्ट में विचाराधीन है।
वही वर्ष 2019 अप्रेल से अगस्त2019 तक 35 मामले दर्ज किए गए जिसमें 12 करोड रुपए का जुर्माना की कार्रवाई की गई है जबकि सरकार के खाते में 4 करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं जबकि बाकीयो के ऊपर कार्रवाई चल रही है।


Conclusion:रवि नेगी ने बताया कि अवैध खनन पर विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है साथ ही जुर्माना भी लगाया जा रहा है जुर्माने की राशि नहीं जमा करने की स्थिति में उक्त संस्थान के खिलाफ न्यायालय की कार्रवाई की जाती है। अवैध खनन के खिलाफ विभाग लगातार आगे भी कार्रवाई जारी रखेगा।

बाइट- रवि नेगी जिला खनन अधिकारी
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