हल्द्वानी: गौला नदी (Gaula River haldwani) में खनन कारोबार से लगे खनन वाहन स्वामियों ने स्टोन क्रशर संचालकों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. खनन वाहन स्वामियों ने स्टोन क्रशर संचालकों पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है.
गौला नदी के खनन वाहन स्वामियों का कहना है कि पिछले वर्ष खनन कार्य में लगे वाहन स्वामियों को 35 रुपये कुंतल भाड़ा दिया जा रहा था, लेकिन इस महंगाई में अब स्टोन क्रशर स्वामियों ने मनमानी करते हुए 25 रुपये प्रति कुंतल भाड़ा दे रहे हैं. जिससे उनको काफी नुकसान हो रहा है. खनन वाहन कारोबारियों ने चेतावनी दी है कि अगर 2 दिन के भीतर स्टोन क्रशर स्वामियों द्वारा खनन ढुलान का भाड़ा 35 रुपये नहीं दिया गया तो नदी से जुड़ें सभी वाहन स्वामी अपने वाहनों को खड़ा कर देंगे.
वाहन स्वामियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) से गुहार लगाई है कि खनन में से जुड़े वाहन चालकों की मांगों को ध्यान में रखते हुए स्टोन क्रशर स्वामी से वार्ता कर जल्द मामले का हल निकाला जाए. खनन वाहन स्वामियों ने कहा कि स्टोन क्रशर स्वामी ने मनमानी कर किराया को 35 रुपये के बजाय 25 रुपये का नोटिस बोर्ड क्रशर के बाहर लगा दिया है.
उन्होंने कहा कि डीजल के दाम बढ़ गए हैं. पिछले साल की तुलना में इस साल स्टोन क्रशर स्वामी द्वारा अधिक किराया देने के बजाय 10 रुपये की कटौती कर दी गई है, जो वाहन स्वामियों का उत्पीड़न है.
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वाहन स्वामियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनको उचित रेट नहीं मिला तो स्टोन क्रशर स्वामियों के खिलाफ मोर्चा खोल अपने वाहन को खनन कार्य से पीछे खींच लेंगे. वाहन स्वामियों ने आरोप लगाया कि स्टोन क्रशर स्वामी खेतों से खनन करने का काम कर रहे हैं जहां सरकार से उनको 8 रुपये प्रति कुंटल रॉयल्टी के रेट मिले हैं. जिसके चलते खनन कारोबारी नदी के माल को नहीं खरीद रहे हैं.