हल्द्वानीः दुग्ध विकास मंत्री धन सिंह रावत ने दूध संघ निदेशालय हल्द्वानी में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को दुग्ध विकास की सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को जल्द धरातल पर उतारने के निर्देश दिए. साथ ही मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि दूध विकास से स्वरोजगार के लिए पशुपालकों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जा रही हैं. इसके अलावा दूध उत्पादन के लिए डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है.
समीक्षा बैठक लेते हुए धन सिंह रावत ने कहा कि वर्तमान समय में प्रदेश के दूध समितियों द्वारा रोजाना 1,82,000 लीटर दूध का उत्पादन कर दूध संघ को दिया जा रहा है. इसके अलावा महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए दूध संघ द्वारा महिला डेयरी समितियों के माध्यम से महिलाओं को जोड़ने का काम किया जा रहा है.
जिसके तहत अभी तक प्रदेश में करीब 44,000 महिलाएं प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से दूध उपार्जन से जुड़ी हुईं हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दुग्ध विकास विभाग से स्वरोजगार के लिए पशुपालकों को स्वालम्बी बनाने की दिशा में कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई जा रही हैं. दूध उत्पादकों की बकाया प्रोत्साहन भी जल्द वितरण कर दी जाएगी.
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इसके अलावा 31 मार्च से पहले राज्य में 300 पशुओं को प्रत्येक पशुपालक को तीन गायों का डेयरी फार्म खोलने के लिए ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही चारे की समस्या से निजात दिलाने के लिए किसानों को ज्यादा से ज्यादा मक्के की खेती करने को प्रोत्साहित किया जा रहा है. जिससे किसान मक्के की खेती कर आमदनी में इजाफा कर सकें और मक्के के चारे से साइलेज बनाकर पशुपालकों को आधे दाम में चारा उपलब्ध कराया जाएगा.