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भोजन माताओं ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, न्यूनतम वेतन देने की मांग - नैनीताल भोजन माता न्यूज

भोजन माताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. भोजन माताओं ने प्रदर्शन के दौरान राज्य सरकार से एक समान वेतन या न्यूनतम वेतन देने की मांग की है.

भोजन माताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया.
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Published : Sep 24, 2019, 3:13 PM IST

नैनीताल : भोजन माताओं ने राज्य सरकार पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया. भोजन माताओं का कहना है कि राज्य सरकार मानदेय के नाम पर मात्र 2 हजार रुपए महीना दे रही है. भोजन माताओं ने प्रदर्शन के दौरान राज्य सरकार से एक समान वेतन या न्यूनतम वेतन देने की मांग की है.

यह भी पढ़ें-काशीपुर: अतिक्रमण पर हाई कोर्ट ने जताई नाराजगी, नोटिस जारी कर सरकार से मांगा जवाब

भोजन माताओं का कहना है राज्य सरकार भोजन माताओं का उत्पीड़न कर रही है. राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण के दावे करती है लेकिन महिलाओं को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही है .उन्होंने कहा कि उनका मानसिक शोषण किया जा रहा है जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा .

भोजन माताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया.

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प्रदर्शन कर रही भोजन माताओं ने यह भी कहा कि वे अपना घर बार छोड़कर मात्र 2 हजार रुपए महीने में सुबह से शाम तक काम करती हैं. अगर उनकी मांग नहीं पूरी हुई तो वो आंदोलन करेंगी.

नैनीताल : भोजन माताओं ने राज्य सरकार पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया. भोजन माताओं का कहना है कि राज्य सरकार मानदेय के नाम पर मात्र 2 हजार रुपए महीना दे रही है. भोजन माताओं ने प्रदर्शन के दौरान राज्य सरकार से एक समान वेतन या न्यूनतम वेतन देने की मांग की है.

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भोजन माताओं का कहना है राज्य सरकार भोजन माताओं का उत्पीड़न कर रही है. राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण के दावे करती है लेकिन महिलाओं को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही है .उन्होंने कहा कि उनका मानसिक शोषण किया जा रहा है जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा .

भोजन माताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया.

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प्रदर्शन कर रही भोजन माताओं ने यह भी कहा कि वे अपना घर बार छोड़कर मात्र 2 हजार रुपए महीने में सुबह से शाम तक काम करती हैं. अगर उनकी मांग नहीं पूरी हुई तो वो आंदोलन करेंगी.

Intro:Summry

नैनीताल में भोजन माताओं ने लगाया राज्य सरकार पर भोजन माताओ की उपेक्षा का आरोप।

Intro

नैनीताल में भोजन माताओं ने राज्य सरकार पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन शुरू किया है भोजन माताओं का कहना है कि राज्य सरकार मानदेय के नाम पर मात्र 2 हजार रुपए महीना दे रही है जिनसे उनकी आर्थिक स्थिति पर संकट खड़ा हो गया है, भोजन माताओं ने प्रदर्शन के दौरान राज्य सरकार से एक समान एक वेतन या न्यूनतम वेतन देने की मांग की है,
भोजन माताओं का कहना है कि अगर सरकार उनकी मांगों की अनदेखी करेगी तो उसके लिए प्रदेश भर में आंदोलन करेंगी और भूख हड़ताल करने पर मजबूर होंगी।


Body:नैनीताल में भोजन माताओं ने राज्य सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया साथ ही भोजन माताओं का कहना है राज्य सरकार भोजन माताओं का उत्पीड़न कर रही है, प्रदर्शन कर रही भोजन माताओं का कहना है कि राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण के दावे करती है लेकिन महिलाओं को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं दी जा रही है और उनका मानसिक शोषण किया जा रहा है जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा,
प्रदर्शन कर रही भोजन माताओं का कहना है कि सरकार द्वारा दिए जा रहे मानदेय से उनका भरण-पोषण नहीं हो पा रहा और उनको आर्थिक तंगी से गुजरना पड़ रहा है जिसके लिए वह कई बार राज्य सरकार से मांग कर चुकी है लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनदेखा कर रहा है और मजबूरन उनको अब धरने पर बैठना पड़ रहा है।


Conclusion:प्रदर्शन कर रही भोजन माताओं का कहना है कि अपना घर बार छोड़कर मात्र 2 हजार रुपए महीने में सुबह से शाम तक काम करती हैं मगर इसके बाद भी उनको सम्मानजनक भत्ता नहीं दिया जा रहा है, प्रदर्शन के दौरान भोजन माताओं ने राज्य सरकार से उनको एक समान एक वेतन और राज्य कर्मचारी का दर्जा देने की मांग की, वही भोजन माताओं का कहना है कि अगर उनको एक समान एक वेतन और राज्य कर्मचारी का दर्जा नहीं दिया तो आने वाले समय में वह प्रदेश भर में प्रदर्शन करेंगी चाहे उनको इसके लिए सड़कों पर उतरना पड़े।



बाईट- तुलसी आर्य भोजन माता
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