रामनगर: पीपीपी मोड पर गए रामदत्त संयुक्त चिकित्सालय में गुरुवार को बड़ा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है. ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वाले लोगों की आंखों का मेडिकल बिना आंखों के डॉक्टर के ही बनाया जा रहा है. बीते रोज भी 9 मेडिकल बने हैं, जो कि बिना आंखों के डॉक्टर के ही बनाए गए हैं. अस्पताल में ये काम बदस्तूर जारी है.
जानकारी के मुताबिक रामनगर संयुक्त चिकित्सालय में आंखों के डॉक्टर पिछले 4 से 5 दिनों से छुट्टी पर हैं. लेकिन अस्पताल में बिना आंखों के डॉक्टर के डीएल बनवाने वाले लोगों की आंखों का मेडिकल बनाया जा रहा है. वहीं, इस बारे में अस्पताल के CMS डॉ. मणि भूषण पंत ने बताया कि उनकी संज्ञान में ये मामला आया था. इसके बारे में अस्पताल की सर्विस प्रोवाइडर से जानकारी ली.
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उन्होंने बताया कि डॉक्टर अभी छुट्टी पर हैं और उनकी जगह पर मेडिकल ऑफिसर और एनेस्थीसिया के स्पेसलिस्ट हैं वो डीएल के लिए मेडिकल बनवाने आ रहे लोगो की आंखों का परीक्षण कर आगे प्रेषित कर रहे है. उन्होंने ये भी कहा कि कोई भी MBBS डॉक्टर आंखों की जांच कर सकता है. वहीं, CMS डॉ. मणि भूषण पंत ने कहा कि अगर कोई स्पेसिफिक आंखों की बीमारी होती है, तो वह आखों का डॉक्टर ही जांच कर सकता है.