रामनगर: पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले मदन मेहरा ने पर्यावरण बचाने का अभियान चलाया है. उन्होंने पिथौरागढ़ से पदयात्रा शुरू की है. वो 12 ज्योतिर्लिंगों के साथ गंगासागर की पदयात्रा कर रहे हैं. मदन जब रामनगर पहुंचे तो यहां उनका जोरदार स्वागत हुआ.
मदन मेहरा इससे पहले भी पर्यावरण बचाने के लिए हजारों किलोमीटर की पदयात्रा कर चुके हैं. इस बार उन्होंने 17 दिसंबर को पिथौरागढ़ से अपनी पदयात्रा शुरू की. 28 वर्षीय मदन ने रामनगर में भी लोगों को पर्यावरण बचाने का संदेश दिया. उनका कहना है कि जब पर्यावरण रहेगा तो हम भी रहेंगे.
मदन ने बताया कि मेरा मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण का संदेश पूरे देश को देना है. इससे पहले भी 2019 में यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, बदरीनाथ अमरनाथ, वैष्णो देवी की पैदल यात्रा कर चुका हूं. उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाना बेहद जरूरी है. पर्यावरण बचेगा तो ही इंसान बचेगा. वरना आने वाले समय में केदारनाथ की तरह और भी कई आपदाएं आएंगी. आज लोग खाने-पीने की वस्तुओं के खाली रैपर और बोतल इधर-उधर फेंक देते हैं. यही वस्तुएं पर्यावरण को दूषित करती हैं और कई घटनाओं की राह आसान बनाती हैं.
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उन्होंने कहा कि आपदाएं तभी आती हैं जब पर्यावरणीय असंतुलन होता है. उसी को लेकर पर्यावरण जागरूकता में वह अपना अहम योगदान देना चाहते हैं. इसीलिए वह पूरे भारत की पैदल यात्रा पर निकले हैं.
मदन मेहरा ने कहा कि आज लोग जंगलों में आग लगा देते हैं. इससे हमारे कई पेड़ नष्ट हो जाते हैं. वो कहते है कि मैं लोगों को जागरूक करता हुआ जा रहा हूं कि जंगलों में आग न लगाएं. इससे कहीं ना कहीं हम अपना ही नुकसान कर रहे हैं. साल में एक बार पर्यावरण दिवस मनाया जाता है उसको दो या तीन बार मनाना चाहिए. यह भी उनकी भारत सरकार से मांग है. इससे लोग पर्यावरण संरक्षण में अहम भूमिका निभा सकेंगे.