रामनगरः शराब पर कोविड टैक्स के खिलाफ शराब व्यवसायियों ने अपनी दुकानें अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दी हैं. शराब ठेकेदारों का कहना है कि उत्तराखंड में भी यूपी की तर्ज पर शराब के नियम लागू किये जाने चाहिए. साथ ही उन्होंने कई दूसरी मांगें भी रखी हैं.
बता दें कि सरकार ने लॉकडाउन के बीच यानी बीते 4 मई से शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दी थी. शुरुआत में तो दुकानों में शराब खरीदने वालों की भीड़ देखी गई, लेकिन धीरे-धीरे शराब की बिक्री कम हो गई. ऐसे में शराब व्यवसायियों को शराब बिक्री को लेकर चिंता सताने लगी. शराब व्यवसायियों की मांग है कि उनसे कोविड के रूप में वसूला जा रहा टैक्स हटाया जाए. शराब व्यवसायियों की मांगें इस तरह हैं...
ये भी हैं मांगें
- कोविड टैक्स हटाया जाए
- मार्च या उससे पहले का जो स्टॉक ना उठा हो उसका रिफंड मिले
- नवीनीकरण की दुकानों में अवशेष स्टॉक अधिभार का रिफंड मिले
- शराब-बियर पर लाभ 25% हो
- लॉकडाउन में नवीनीकरण की फीस और लाइसेंस फीस माफ की जाए
- शराब कारोबारियों पर दर्ज मुकदमे भी वापस किए जाएं
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शराब व्यवसायियों ने शासन स्तर पर अपनी मांगें रखी थीं. सरकार ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन शराब व्यवसायियों का आरोप है कि उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इसके बाद रामनगर, कालाढूंगी और हल्द्वानी क्षेत्रों में शराब कारोबारियों ने अपनी दुकानें अनिश्चिकाल के लिए बंद कर दी हैं.