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कालाढूंगी: कोटाबाग के गांवों में गुलदार का आतंक, खौफजदा ग्रामीण

कोटाबाग के गिनती और आंवलकोट गांव में गुलदार ने आतंक मचा रखा है. जिसके चलते ग्रामीण काफी ज्यादा खौफजदा हैं. ग्रामीण कई बार वन विभाग से गुहार लगा चुके हैं. लेकिन वन विभाग अभी तक हरकत में नहीं आया है.

Guldar's Terror News in Kotabag
गिनती और आंवलकोट गांव में गुलदार का आतंक
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Published : Jan 4, 2020, 5:53 PM IST

कालाढूंगी: नगर के कोटाबाग क्षेत्र में बीते 15 दिनों से गुलदार ने आतंक मचा रखा है. शाम होते ही गुलदार क्षेत्र के गिनती और आंवलकोट गांव में आ धमकता है. जिसके चलते यहां के ग्रामीण दहशत भरी जिंदगी जीने को मजबूर हैं. ग्रामीण इतने खौफजदा हैं कि दिन के उजाले में भी बच्चों को घर से बाहर भेजने से डर रहे है.

ग्रामीणों ने बताया कि मामले को लेकर वो कई बार वन विभाग से गुहार लगा चुके हैं. बावजूद इसके वन विभाग हरकत में आने को तैयार नहीं है. शायद वन विभाग कोई अनहोनी होने के बाद ही हरकत में आएगा.

गुलदार के आतंक से खौफजदा ग्रामीण.

वहीं, क्षेत्र पंचायत सदस्य कुलदीप तड़ियाल ने बताया कि ये गांव देचौरी रेंज और कालाढूंगी रेंज के सीमा पर बसे हैं. जिसके चलते दोनों रेंज के अधिकारी मामले से अपना पल्ला झाड़ रहे हैं. गांव में काफी दिनों से गुलदार का आतंक बना हुआ है. गुलदार कई मवेशियों को भी अपना शिकार भी बना चुका है.

ये भी पढ़ें: कालाढूंगी: ब्लॉक प्रमुख ने बैठक में विकास कार्यों को दी तवज्जो, तैयार की रूपरेखा

इस मामले में रामनगर वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी वीके सिंह ने बताया कि विभाग कोटाबाग के गांवों में लगातार नजर बनाए हुए है. वन विभाग को अलर्ट कर दिया गया है. जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा.

कालाढूंगी: नगर के कोटाबाग क्षेत्र में बीते 15 दिनों से गुलदार ने आतंक मचा रखा है. शाम होते ही गुलदार क्षेत्र के गिनती और आंवलकोट गांव में आ धमकता है. जिसके चलते यहां के ग्रामीण दहशत भरी जिंदगी जीने को मजबूर हैं. ग्रामीण इतने खौफजदा हैं कि दिन के उजाले में भी बच्चों को घर से बाहर भेजने से डर रहे है.

ग्रामीणों ने बताया कि मामले को लेकर वो कई बार वन विभाग से गुहार लगा चुके हैं. बावजूद इसके वन विभाग हरकत में आने को तैयार नहीं है. शायद वन विभाग कोई अनहोनी होने के बाद ही हरकत में आएगा.

गुलदार के आतंक से खौफजदा ग्रामीण.

वहीं, क्षेत्र पंचायत सदस्य कुलदीप तड़ियाल ने बताया कि ये गांव देचौरी रेंज और कालाढूंगी रेंज के सीमा पर बसे हैं. जिसके चलते दोनों रेंज के अधिकारी मामले से अपना पल्ला झाड़ रहे हैं. गांव में काफी दिनों से गुलदार का आतंक बना हुआ है. गुलदार कई मवेशियों को भी अपना शिकार भी बना चुका है.

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इस मामले में रामनगर वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी वीके सिंह ने बताया कि विभाग कोटाबाग के गांवों में लगातार नजर बनाए हुए है. वन विभाग को अलर्ट कर दिया गया है. जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल लिया जाएगा.

Intro:कालाढुंगी के कोटाबाग मैं बीते 15 दिनों से गुलदार के आतंक से ग्रामीण दहशत भरी जिंदगी जीने को मजबूर है। शाम होते ही गुलदार कोटाबाग के गिनतीगांव, आवलकोट गांव मैं आ धमकता जिससे ग्रामीण डर के साये मैं जीने को मजबूर है। वन क्षेत्र कालाढुंगी रेंज और देचौरी रेंज के सीमा मैं वारदात होने से वन विभाग के दोनों रेंज घटना से अपना पल्ला झाड़ रहे है। ग्रामीण शाम होते ही अपने घरों मैं कैद होने को मजबूर है।Body:कालाढुंगी के कोटाबाग मैं बीते 15 दिनों से गिनती गांव और आवलकोट गांव मैं गुलदार की दहशत से ग्रामीण खौफजदा है। ग्रामीण डर के साये मैं जीने को मजबूर है। बीते 15 दिनों से लगातार गुलदार का आतंक गांव मे बना हुआ है जिससे ग्रामीण शाम होते ही अपने घरों मैं कैद होने को मजबुर है। ग्रामीण इतने खौफजदा है कि दिन के उजाले मैं भी बच्चों को घर से बाहर भेजने से डर रहे है। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार वन विभाग को अवगत कराने के बाद भी वन विभाग हरकत मैं आने को तैयार नही है। ग्रामीणों का मानना है कि वन विभाग किसी अनहोनी के इंतजार मैं तब शायद वन विभाग के कानों तले जू रेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि देचौरी रेंज और कालाढुंगी रेंज के सीमा पर गांव होने के कारण वन विभाग कोई कदम नही उठा रहा है। गिनती गांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य कुलदीप तड़ियाल ने बताया कि गांव मे काफी दिनों से गुलदार का आतंक बना हुआ है गुलदार कई मवेशियों को अपना शिकार भी बना चुका है।Conclusion:रामनगर वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी वी के सिंह ने बताया कि कोटाबाग के गांव मैं लगातार नजर बनाए हुए है। वन विभाग को अलर्ट कर दिया गया है, जल्द इसका हल निकालकर इस समस्या का समाधान निकाला जाएगा।
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