हल्द्वानी: बीते दिनों आई आपदा और भारी बरसात के चलते हल्द्वानी सहित गौलापार के कई ग्रामीण इलाकों को जोड़ने वाली सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त हो चुकी है. सिंचाई नहर क्षतिग्रस्त होने के चलते किसानों के आगे सिंचाई संकट खड़ा हो गया है. सिंचाई संकट से परेशान किसान पिछले कई दिनों से आंदोलन भी कर रहे हैं. किसान नहर को दुरुस्त कर सिंचाई व्यवस्था सुचारू करने की मांग उठा रहे हैं. जिसके बाद कुमाऊं कमिश्नर ने नहर को जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं.
वहीं विभाग के पास बजट की कमी के चलते क्षतिग्रस्त हुई सिंचाई नहर दुरुस्त नहीं हो पा रही है. कुमाऊं कमिश्नर सुशील कुमार ने बताया कि आपदा और बरसात के चलते सिंचाई नहर को काफी नुकसान पहुंचा है. ऐसे में नहर को ठीक करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि अभी भी कई जगह पर नहर अधिक क्षतिग्रस्त होने के चलते कुछ कठिनाइयां आ रही हैं. जिसके लिए अधिकारियों के साथ बैठक की जानी है.
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नहरों के पुनर्निर्माण के लिए बजट की डिमांड की गई है, लेकिन प्राथमिक तौर पर नहर को दुरुस्त कर किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं. गौरतलब है कि सबसे ज्यादा सिंचाई संकट गौलापार के क्षेत्र में सामने आया है. यहां 11 गांवों में सिंचाई संकट पैदा हो गया है. यहां फसलें सूखने की कगार पर हैं, इसको लेकर ग्रामीण लगातार प्रदर्शन कर अधिकारियों से नहर को दुरुस्त करने की मांग कर रहे हैं. जिससे समय रहते उनके फसलों की सिंचाई हो सके.