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बर्फबारी के बाद सियासत शुरू, त्रिवेंद्र सरकार पर इंदिरा हृदयेश ने छोड़ा पहला तीर

बर्फबारी के बाद प्रदेश में सियासत गर्मा गई है. नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का कहना है कि बीजेपी को सीएए से फुरसत मिले तो वो और कामों पर ध्यान देगी.

इंदिरा ह्रदयेश
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Published : Jan 11, 2020, 6:40 PM IST

Updated : Jan 11, 2020, 7:40 PM IST

हल्द्वानीः देवभूमि में बर्फबारी अब कम होने को है. हालांकि, मौसम में ठंड अभी भी बरकरार है. लेकिन, प्रदेश की सियासत की गर्माहट कम होने का नाम नहीं ले रही है. बर्फबारी को लेकर एक बार फिर सियासत शुरू हो चुकी है. पहला तीर छोड़ा है नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश ने. इंदिरा हृदयेश ने प्रदेश सरकार और सरकारी मशीनरी पर सवाल खड़े किए और कहा कि बर्फबारी के हालात से निपटने में सरकार पूरी तरह नाकाम रही, क्योंकि पहले से ही कोई तैयारी नहीं थी.

उत्तराखंड में बर्फबारी के बाद सियासत शुरू


नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी सरकार ने सबक नहीं लिया. इसका नतीजा ये रहा कि भारी बर्फबारी के बाद प्रदेशभर की सड़कों की अभी तक मरम्मत नहीं हो पाई है. कई गांव बिजली और पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं. लोगों को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है.

पढ़ेंः देहरादून: लंबे समय से 'गायब' चल रहे डॉक्टरों पर गाज गिरनी तय, CMO ने जारी किए नोटिस

त्रिवेंद्र सरकार पर तंज कसते हुए इंदिरा कहती हैं कि सरकार को सीएए को लेकर जागरुकता कार्यक्रम से फुरसत हो तो वे और काम पर ध्यान दें. बीजेपी सीएए को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए 3 करोड़ों घरों में जाने पर ज्यादा ध्यान दे रही है, इसके बजाय प्रदेश में बर्फबारी से फैली अव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने पर कोई ध्यान नहीं है.

पढ़ेंः टिहरीः किसानों की पट्टे की जमीन पर भू-माफिया बना रहे आलीशान होटल, प्रशासन बेखबर

वहीं, पर्यटक मंत्री सतपाल महाराज ने प्रदेश में हुई भारी बर्फबारी पर कहा कि इस बार उम्मीद नहीं थी कि इतनी भारी मात्रा में बर्फबारी होगी. ऐसे में अब उत्तराखंड को शीतकालीन पर्यटन स्थल बनाए जाने की कवायद चल रही है. जिससे कि यहां पर भारी संख्या में पर्यटक आ सके और यहां के मौसम का आनंद ले सकें.

हल्द्वानीः देवभूमि में बर्फबारी अब कम होने को है. हालांकि, मौसम में ठंड अभी भी बरकरार है. लेकिन, प्रदेश की सियासत की गर्माहट कम होने का नाम नहीं ले रही है. बर्फबारी को लेकर एक बार फिर सियासत शुरू हो चुकी है. पहला तीर छोड़ा है नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा हृदयेश ने. इंदिरा हृदयेश ने प्रदेश सरकार और सरकारी मशीनरी पर सवाल खड़े किए और कहा कि बर्फबारी के हालात से निपटने में सरकार पूरी तरह नाकाम रही, क्योंकि पहले से ही कोई तैयारी नहीं थी.

उत्तराखंड में बर्फबारी के बाद सियासत शुरू


नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी सरकार ने सबक नहीं लिया. इसका नतीजा ये रहा कि भारी बर्फबारी के बाद प्रदेशभर की सड़कों की अभी तक मरम्मत नहीं हो पाई है. कई गांव बिजली और पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं. लोगों को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है.

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त्रिवेंद्र सरकार पर तंज कसते हुए इंदिरा कहती हैं कि सरकार को सीएए को लेकर जागरुकता कार्यक्रम से फुरसत हो तो वे और काम पर ध्यान दें. बीजेपी सीएए को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए 3 करोड़ों घरों में जाने पर ज्यादा ध्यान दे रही है, इसके बजाय प्रदेश में बर्फबारी से फैली अव्यवस्थाओं को दुरुस्त करने पर कोई ध्यान नहीं है.

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वहीं, पर्यटक मंत्री सतपाल महाराज ने प्रदेश में हुई भारी बर्फबारी पर कहा कि इस बार उम्मीद नहीं थी कि इतनी भारी मात्रा में बर्फबारी होगी. ऐसे में अब उत्तराखंड को शीतकालीन पर्यटन स्थल बनाए जाने की कवायद चल रही है. जिससे कि यहां पर भारी संख्या में पर्यटक आ सके और यहां के मौसम का आनंद ले सकें.

Intro:sammry- बर्फबारी पर सियासत। एंकर- उत्तराखंड में हुई भारी बर्फबारी के चलते जहां जगह-जगह रास्ते बंद हैं तो वहीं बर्फबारी के चलते कई लोगों की मौत भी हो चुकी है ऐसे में नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने प्रदेश सरकार और सरकारी मशीनरी पर सवाल खड़े किए हैं इंदिरा हरदेश ने कहा है कि सरकार ने प्रभारी से निपटने के लिए कोई तैयारी नहीं की थी जिसका नतीजा सामने देखा जा रहा है।


Body:नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हरदेश ने कहा है कि मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी सरकार ने सबक नहीं लिया इतनी भारी बर्फबारी होने के बाद भी सरकारी मशीनरी को बर्फबारी इलाकों पर नहीं लगाया गया आज भी प्रदेश में कई जिलों में मोटर मार्ग और संपर्क में बंद हैं और कई गांव का संपर्क टूटा है ऐसे में लोगों को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है।। उन्होंने कहा कि सरकार को लोगों को सीएए से समझाने की फुर्सत हो तब तो कुछ करें उन्होंने कहा कि भाजपा को 3 करोड़ों घरों में जाने की जाने की ऐसी जरूरत क्यों पड़ रही है। सरकार ऐसा बिल ही क्यों लाई जो अब घर-घर जाकर समझाना पड़ रहा है। बाइट- इंदिरा हरदेश नेता प्रतिपक्ष


Conclusion:वही पर्यटक मंत्री सतपाल महाराज ने प्रदेश में हुई भारी बर्फबारी पर कहा है कि इस बार उम्मीद नहीं थी कि इतनी भारी मात्रा में बर्फबारी होगी ऐसे में अब उत्तराखंड को शीतकालीन पर्यटन स्थल बनाए जाने की कवायद चल रही है जिससे कि यहां पर भारी संख्या में पर्यटक आ सके और यहां पर बारिश का आनंद ले सकें। वाइट- सतपाल महाराज पर्यटन मंत्री
Last Updated : Jan 11, 2020, 7:40 PM IST
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