हल्द्वानीः नागरिकता संशोधन कानून को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन के बाद सूबे में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. मामले को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश खुलकर आमने-सामने आ गए हैं. बीते रोज जहां सीएम त्रिवेंद्र ने सवाल पूछा था कि हृदयेश तय करें कि पाकिस्तान की भाषा बोलनी है या हिंदुस्तान की. जिस पर इंदिरा हृदयेश ने पलटवार कर करारा जवाब दिया है.
नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा है कि इस प्रदेश के मुख्यमंत्री से उन्हें देशभक्ति की भाषा नहीं सीखनी है. उनके पिता खुद देश की आजादी के नायक रहे हैं. गांधी जी की दांडी यात्रा में चोट लगने से उनकी मृत्यु हुई थी. साथ ही कहा कि गांधी जी की बायोग्राफी में भी उनके पिता पाठक जी का नाम है.
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वहीं, इंदिरा हृदयेश ने मुख्यमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि ये बताएं कि उनके परिवार में किसने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी है. ऐसे में देशभक्ति का पाठ हमें न पढ़ाएं. साथ ही कहा कि असंसदीय और अमर्यादित बयान देना नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ बिल्कुल सही नहीं है. उन्हें ऐसी भाषा नहीं बोलनी चाहिए.