हल्द्वानी: उत्तराखंड में लगातार डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं. जिसके कारण अब तक कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. वहीं इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदेश 30 सितंबर को राज्य सरकार के खिलाफ एक दिन के उपवास पर बैठेंगी. साथ ही सरकार के समक्ष बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को भी उठायेंगी.
बता दें कि हाल ही में सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डेंगू को लेकर विपक्ष के खिलाफ विवादित बयान दिया था, जिसको लेकर कांग्रेस हमलावर हो चुकी है. वहीं नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने मुख्यमंत्री के इस बयान को संवेदनहीन करार दिया है. इंदिरा हृदेश का कहना है कि डेंगू देहरादून और हल्द्वानी में महामारी का रूप ले चुका है. ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि अस्पतालों की व्यवस्था ठीक करे और लोगों को उचित इलाज मुहैया कराये.
वहीं मामले को लेकर इंदिरा हृदेश का कहना है कि डेंगू से अब तक जिन लोगों की जाने गई हैं, उसका दर्द उसके परिवार वाले ही जानते हैं. उन्होंने कहा कि कुछ परिवार ऐसे भी हैं, जिनके यहां अकेले ही कमाने वाले थे. ऐसे में मुख्यमंत्री का गलत बयानबाजी करना शोभा नहीं देता. उन्होंने सरकार से स्वास्थ्य सेवा को जल्द से जल्द दुरुस्त कराने की मांग की है. वहीं इसके विरोध में 30 सितंबर को एक दिन के उपवास पर भी बैठने का एलान किया है.