हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल की सड़कें हर साल सड़क हादसों से लाल हो रही हैं. बात 2020 की करें तो 442 सड़क हादसों में 271 लोगों की जान गई है. जबकि 333 से अधिक लोग घायल हुए हैं. बताया जा रहा है कोविड-19 के चलते लगे लॉकडाउन की वजह से 2019 की तुलना में सड़क हादसों में कमी देखी गई है. साल 2019 में 567 सड़क हादसों में 341 लोगों की जान गई थी. साथ ही 521 लोग घायल भी हुए थे.
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सरकार हर साल सड़क हादसों को कम करने के लिए कई तरह की जन जागरूकता अभियान चलाती हैं, लेकिन प्रदेश में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ओवर स्पीड, नशे की हालत में वाहन चलाना और इसके अलावा पहाड़ की संकरी, घुमावदार सड़कें हादसों का मुख्य कारण हैं.
कुमाऊं मंडल में हुए सड़क हादसे
जिले का नाम | सड़क हादसा | मौत | घायल |
उधम सिंह नगर | 271 | 188 | 162 |
नैनीताल | 141 | 72 | 134 |
पिथौरागढ़ | 12 | 05 | 23 |
अल्मोड़ा | 03 | 02 | 04 |
चंपावत | 05 | 02 | 08 |
बागेश्वर | 04 | 02 | 02 |
उधम सिंह नगर और नैनीताल जनपद में सबसे ज्यादा सड़क हादसे का मुख्य कारण, लगातार बढ़ते वाहनों का दबाव और ओवर स्पीड के साथ नशे में वाहन चलाना हादसों का कारण बन रहा है.
नैनीताल एसएसपी प्रीति प्रदर्शनी का कहना है कि सड़क हादसों को लेकर पुलिस द्वारा समय समय पर जन जागरूकता अभियान चलाया जाता है. इसके साथ ही पुलिस गलत तरीके से वाहन चलाने वाले और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी करती है. इसके अलावा नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ भी वाहन सीज के साथ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जाती है. हादसों वाली जगह पर पुलिस ब्लैक स्टॉप चिन्हित कर परिवहन विभाग से सहयोग लेकर उन स्थानों पर होने वाले दुर्घटना को कम करने का प्रयास करती है.