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कोसी नदी में अवैध खनन से पुल और मकानों को खतरा, सरकार को लगा रहे राजस्व का चूना - कोसी नदी

रामनगर की कोसी नदी में घोड़ों के जरिए अवैध खनन किया जा रहा है. अवैध खनन के खेल में बच्चों से भी जमकर मजदूरी कराई जा रही है. दूसरी तरफ नदी के ऊपर बना पुल और आसपास के घर खतरों की जद पर आ रहे हैं.

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Published : Dec 8, 2022, 10:55 AM IST

रामनगर: तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत ग्राम शक्तिनगर पुछड़ी क्षेत्र में स्थित कोसी नदी में घोड़ों के माध्यम से अवैध खनन (Mining in Kosi river of Ramnagar) किया जा रहा है. इस अवैध खनन से जहां एक ओर सरकार को हर रोज लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है, तो वहीं करोड़ों की लागत से बने हल्द्वानी बाईपास पुल के अलावा नदी किनारे बने कई मकान भी खतरे की जद में आ चुके हैं.

इस अवैध खनन के खेल में महिलाएं व मासूम बच्चे (Labor from children in Kosi river illegal mining) भी लगे हुए हैं. दूसरी तरफ बच्चों की मजदूरी पर श्रम विभाग भी आंखें मूंदे बैठा है. वहीं, क्षेत्र के लोगों ने वन विभाग के कर्मचारियों पर अवैध खनन में संलिप्तता का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी अवैध खनन को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.
ये भी पढ़ेंः मैन वर्सेज वाइल्ड पर वन मंत्री सुबोध उनियाल का अजीब बयान, 'अंधेरे में घर से बाहर न निकलें'

लोगों का कहना था कि जिस प्रकार यहां अवैध खनन कर कोसी नदी में गहरे गड्ढे बन चुके हैं, इससे भविष्य में आस पास के मकानों को खतरा उत्पन्न हो गया है. उन्होंने शासन व प्रशासन से इस अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है. वहीं, मामले में डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य (DFO Prakash Chandra Arya) ने तुरंत मौके पर वन कर्मियों की टीम भेजते हुए इलाके के उप खनिज के अवैध स्टॉक को जब्त कराने की कार्रवाई की. उन्होंने कहा कि अवैध खनन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

रामनगर: तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत ग्राम शक्तिनगर पुछड़ी क्षेत्र में स्थित कोसी नदी में घोड़ों के माध्यम से अवैध खनन (Mining in Kosi river of Ramnagar) किया जा रहा है. इस अवैध खनन से जहां एक ओर सरकार को हर रोज लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है, तो वहीं करोड़ों की लागत से बने हल्द्वानी बाईपास पुल के अलावा नदी किनारे बने कई मकान भी खतरे की जद में आ चुके हैं.

इस अवैध खनन के खेल में महिलाएं व मासूम बच्चे (Labor from children in Kosi river illegal mining) भी लगे हुए हैं. दूसरी तरफ बच्चों की मजदूरी पर श्रम विभाग भी आंखें मूंदे बैठा है. वहीं, क्षेत्र के लोगों ने वन विभाग के कर्मचारियों पर अवैध खनन में संलिप्तता का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी अवैध खनन को रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.
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लोगों का कहना था कि जिस प्रकार यहां अवैध खनन कर कोसी नदी में गहरे गड्ढे बन चुके हैं, इससे भविष्य में आस पास के मकानों को खतरा उत्पन्न हो गया है. उन्होंने शासन व प्रशासन से इस अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है. वहीं, मामले में डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य (DFO Prakash Chandra Arya) ने तुरंत मौके पर वन कर्मियों की टीम भेजते हुए इलाके के उप खनिज के अवैध स्टॉक को जब्त कराने की कार्रवाई की. उन्होंने कहा कि अवैध खनन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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