हल्द्वानी: उत्तराखंड में पहले से ही बेरोजगारी और पलायन चरम पर है. ऐसे में रुद्रपुर स्थित सिडकुल की एचपी फैक्ट्री (HP company workers protest) को प्रबंधन ने बंद कर दिया है. इसके बाद फैक्ट्री के करीब 500 से अधिक कर्मचारी बेरोजगार हो चुके हैं. कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर पिछले 80 दिनों से अलग-अलग तरह से प्रदर्शन कर सरकार और कंपनी प्रबंधन को जगाने की कोशिश कर रहे हैं. इस कड़ी में सोमवार को कर्मचारियों ने सड़क किनारे बैठ जूते पॉलिश कर विरोध जताया है.
कर्मचारियों ने कहा कि वह लोग पढ़े लिखे और आईटी सेक्टर के कर्मचारी हैं और पिछले 15 साल से कंपनी में काम करते आ रहे हैं. लेकिन अब कंपनी बंद कर दी गई है. इससे उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
बता दें कि, पिछले कई दिनों से श्रम विभाग हल्द्वानी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे कर्मचारियों ने उग्र आंदोलन करते हुए आज बुद्ध पार्क स्थित सड़क के किनारे बैठकर कर्मचारियों ने जूते पॉलिश कर अपना विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि कंपनी के बंद हो जाने से वह लोग बेरोजगार हो चुके हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार को चाहिए की पहल करते हुए फैक्ट्री को फिर से सुचारू करें.
पढ़ें: देहरादून में सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी, आरोपी ने युवती से 3.50 लाख रुपए ठगे
कर्मचारियों ने जूता पॉलिश करते हुए अपना विरोध जताते हुए कहा कि सरकार पलायन रोकने की बात तो करती हैं, लेकिन रुद्रपुर स्थित एचपी फैक्ट्री में पिछले 15 साल से काम कर रहे उत्तराखंड के युवा बेरोजगार हो चुके हैं. सरकार फैक्ट्री प्रबंधन से वार्ता कर फैक्ट्री को चालू कराने की जहमत तक नहीं उठा रही है. कर्मचारियों का भविष्य अंधकार की ओर जा रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री को चाहिए कि पहल करते हुए कंपनी प्रबंधन से वार्ता कर फैक्ट्री को फिर से सुचारू कराया. जिससे कि बेरोजगार हो चुके युवाओं को रोजगार मिल सके.