ETV Bharat / state

Kumaoni Holi: हल्द्वानी में महिलाओं की कुमाऊंनी होली की रौनक, नैनीताल में 27 फरवरी से जमेगा रंग

author img

By

Published : Feb 13, 2023, 7:38 AM IST

Updated : Feb 13, 2023, 9:28 AM IST

कुमाऊंनी होली का इतिहास काफी पुराना है. यहां की होली पूरे देश में प्रसिद्ध है. जगह-जगह बैठकी होली के साथ ही महिलाओं की होली का आयोजन भी हो रहा है. जिसमें बढ़-चढ़ कर लोग भागीदारी कर रहे हैं. नैनीताल और हल्द्वानी में होली का रंग लोगों पर चढ़ चुका है, जिसका जमकर लुत्फ उठाया जा रहा है.

Etv Bharat
Etv Bharat
कुमाऊंनी होली की रौनक

नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में होली का रंग चढ़ने लगा है. रामसेवक संस्था 27 फरवरी को नैनीताल में होली जुलूस निकालेगी. इसके बाद नैनीताल में होली महोत्सव शुरू होगा. वहीं हल्द्वानी में होली गायन जोरों पर चल रहा है. जिसका लोग जमकर लुत्फ उठा रहे हैं.

नैनीताल में रामसेवक सभा में होली महोत्सव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैंं. राम सेवक सभा के महासचिव जगदीश बवाड़ी ने बताया कि होली महोत्सव के पहले दिन 27 फरवरी को तल्लीताल नवज्योति क्लब से महिलाओं के विभिन्न दलों के द्वारा होली जुलूस निकाला जाएगा. जिसमें महिलाएं स्वांग का आयोजन करेंगी. जुलूस तल्लीताल बाजार माल रोड होते हुए रामसेवक सभा में आएगा. जबकि दूसरे दिन 28 फरवरी को महिला समूह के द्वारा होली गायन की प्रस्तुति, एक मार्च को महिलाओं की बैठकी होली, दो मार्च को चीर बंधन, तीन मार्च को स्कूली बच्चों की होली प्रतियोगिता, चार मार्च को एकल होली गायन, पांच मार्च को कवि सम्मेलन, छह मार्च को महिलाओं के द्वारा स्वांग और शहर में होली जुलूस का आयोजन किया जाएगा.
पढ़ें-चम्पावत के होल्यार दूरदर्शन पर बिखेरेंगे खड़ी होली के रंग

फागोत्सव में अल्मोड़ा, बेतालघाट, हल्द्वानी, मेहरागांव, भवाली, भूमिया धार, गेठिया समेत नैनीताल शहर के 20 से अधिक महिला दल प्रतिभाग करेंगे. जानकारी देते हुए जगदीश बवाड़ी ने बताया कि युवाओं को उत्तराखंडी होली की जानकारी देने के लिए जल्द ही रामसेवक सभा के तत्वाधान में संस्कृति बचाओ अभियान शुरू किया जाएगा. जिसमें स्कूल और कॉलेज के छात्र छात्राओं को राग- रागिनियों पर आधारित कुमाऊंनी होली का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके अलावा नैनीताल आने वाले पर्यटकों को होली के रंगों से सराबोर करने के लिए रामसेवक सभा ने तैयारियां की हैं. रामसेवक सभा के सचिव जगदीश बवाड़ी बताते हैं कि महोत्सव में पर्यटकों के लिए फोटोग्राफी प्रतियोगिता और फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. जिसमें नैनीताल आने वाले पर्यटक भी प्रतिभाग कर सकेंगे.

हल्द्वानी में होली कार्यक्रम का आयोजन: होली पर्व में अभी करीब तीन हफ्ते का समय है. लेकिन उत्तराखंड में अभी से ही जगह जगह बैठकी होली शुरू हो गई है. इसी के तहत हल्द्वानी के ऊंचापुल में उत्तराखंड महिला जागृति एवं कल्याण संस्था द्वारा बैठकी की होली का आयोजन किया गया. इसमें भारी संख्या में महिलाओं ने बैठकी होली कार्यक्रम में भाग लिया. इस विशेष होली में महिलाओं ने एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर होली की बधाई दी. महिलाओं ने होली के गीतों पर स्वांग भी रचाया. हल्द्वानी के ऊंचापुल में आयोजित होली महोत्सव के में अल्मोड़ा, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ की भी महिला होलियारों ने बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया.
पढ़ें-हर साल की तरह इस बार भी कुमाउंनी होली का जायका बढ़ाएंगे पहाड़ी आलू के गुटके

कार्यक्रम की संयोजक रेनु जोशी ने बताया कि संस्था द्वारा पिछले कई सालों से हल्द्वानी में होली महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. जहां महिला होली गायन प्रतियोगिता कराई जाती है. इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं प्रतिभाग करती हैं और बेहतर होली गाने वाली महिलाओं को सम्मानित करने का भी काम किया जाता है. उन्होंने बताया कि होली महोत्सव कराने का मकसद है कि पहाड़ की महिलाओं द्वारा अपनी संस्कृति और कला को लोगों तक पहुंचाया जाए. पहाड़ की महिलाओं की छुपी प्रतिभा में भी इस मंच के माध्यम से निखार आ जाता है. महिला होलियार स्वांग रचा कर अपनी प्रतिभा को दिखाती हैं.

कुमाऊंनी होली की रौनक

नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में होली का रंग चढ़ने लगा है. रामसेवक संस्था 27 फरवरी को नैनीताल में होली जुलूस निकालेगी. इसके बाद नैनीताल में होली महोत्सव शुरू होगा. वहीं हल्द्वानी में होली गायन जोरों पर चल रहा है. जिसका लोग जमकर लुत्फ उठा रहे हैं.

नैनीताल में रामसेवक सभा में होली महोत्सव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैंं. राम सेवक सभा के महासचिव जगदीश बवाड़ी ने बताया कि होली महोत्सव के पहले दिन 27 फरवरी को तल्लीताल नवज्योति क्लब से महिलाओं के विभिन्न दलों के द्वारा होली जुलूस निकाला जाएगा. जिसमें महिलाएं स्वांग का आयोजन करेंगी. जुलूस तल्लीताल बाजार माल रोड होते हुए रामसेवक सभा में आएगा. जबकि दूसरे दिन 28 फरवरी को महिला समूह के द्वारा होली गायन की प्रस्तुति, एक मार्च को महिलाओं की बैठकी होली, दो मार्च को चीर बंधन, तीन मार्च को स्कूली बच्चों की होली प्रतियोगिता, चार मार्च को एकल होली गायन, पांच मार्च को कवि सम्मेलन, छह मार्च को महिलाओं के द्वारा स्वांग और शहर में होली जुलूस का आयोजन किया जाएगा.
पढ़ें-चम्पावत के होल्यार दूरदर्शन पर बिखेरेंगे खड़ी होली के रंग

फागोत्सव में अल्मोड़ा, बेतालघाट, हल्द्वानी, मेहरागांव, भवाली, भूमिया धार, गेठिया समेत नैनीताल शहर के 20 से अधिक महिला दल प्रतिभाग करेंगे. जानकारी देते हुए जगदीश बवाड़ी ने बताया कि युवाओं को उत्तराखंडी होली की जानकारी देने के लिए जल्द ही रामसेवक सभा के तत्वाधान में संस्कृति बचाओ अभियान शुरू किया जाएगा. जिसमें स्कूल और कॉलेज के छात्र छात्राओं को राग- रागिनियों पर आधारित कुमाऊंनी होली का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके अलावा नैनीताल आने वाले पर्यटकों को होली के रंगों से सराबोर करने के लिए रामसेवक सभा ने तैयारियां की हैं. रामसेवक सभा के सचिव जगदीश बवाड़ी बताते हैं कि महोत्सव में पर्यटकों के लिए फोटोग्राफी प्रतियोगिता और फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. जिसमें नैनीताल आने वाले पर्यटक भी प्रतिभाग कर सकेंगे.

हल्द्वानी में होली कार्यक्रम का आयोजन: होली पर्व में अभी करीब तीन हफ्ते का समय है. लेकिन उत्तराखंड में अभी से ही जगह जगह बैठकी होली शुरू हो गई है. इसी के तहत हल्द्वानी के ऊंचापुल में उत्तराखंड महिला जागृति एवं कल्याण संस्था द्वारा बैठकी की होली का आयोजन किया गया. इसमें भारी संख्या में महिलाओं ने बैठकी होली कार्यक्रम में भाग लिया. इस विशेष होली में महिलाओं ने एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर होली की बधाई दी. महिलाओं ने होली के गीतों पर स्वांग भी रचाया. हल्द्वानी के ऊंचापुल में आयोजित होली महोत्सव के में अल्मोड़ा, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ की भी महिला होलियारों ने बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया.
पढ़ें-हर साल की तरह इस बार भी कुमाउंनी होली का जायका बढ़ाएंगे पहाड़ी आलू के गुटके

कार्यक्रम की संयोजक रेनु जोशी ने बताया कि संस्था द्वारा पिछले कई सालों से हल्द्वानी में होली महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. जहां महिला होली गायन प्रतियोगिता कराई जाती है. इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं प्रतिभाग करती हैं और बेहतर होली गाने वाली महिलाओं को सम्मानित करने का भी काम किया जाता है. उन्होंने बताया कि होली महोत्सव कराने का मकसद है कि पहाड़ की महिलाओं द्वारा अपनी संस्कृति और कला को लोगों तक पहुंचाया जाए. पहाड़ की महिलाओं की छुपी प्रतिभा में भी इस मंच के माध्यम से निखार आ जाता है. महिला होलियार स्वांग रचा कर अपनी प्रतिभा को दिखाती हैं.

Last Updated : Feb 13, 2023, 9:28 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.