ETV Bharat / state

शिक्षक-पुस्तक आंदोलन पर HC ने लिया संज्ञान, फटकार लगाते हुए राज्य सरकार से मांगा जवाब

पिथौरागढ़ महाविद्यालय में चल रहे शिक्षक-पुस्तक आंदोलन के मामले पर नैनीताल हाई कोर्ट ने मीडिया रिपोर्ट को आधार मानते हुए मामले का संज्ञान लिया है. सोमवार को कोर्ट ने मामले में सुनवाई करते हुए राज्य सरकार से जवाब मांगा.

नैनीताल हाईकोर्ट ने शिक्षक-पुस्तक आंदोलन पर सरकार से दो हफ्ते में मांगा जवाब.
author img

By

Published : Aug 5, 2019, 4:42 PM IST

नैनीताल: लंबे समय से पिथौरागढ़ महाविद्यालय में चल रहे शिक्षक-पुस्तक आंदोलन पर नैनीताल हाई कोर्ट ने मीडिया रिपोर्ट को आधार मानते हुए मामले का संज्ञान लिया है. जिसके बाद कोर्ट ने सोमवार को मामले में सुनवाई करते हुए राज्य सरकार, शिक्षा सचिव, समेत जिलाधिकारी को 2 सप्ताह के भीतर विस्तृत जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं. साथ ही कोर्ट ने मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि छात्रों को किताबें न मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है. साथ ही कोर्ट ने जिले के सभी स्कूलों की बदहाली का भी संज्ञान लिया और सरकार से स्कूलों की बदहाली पर भी जवाब मांगा है.

बता दें कि पिथौरागढ़ के डिग्री कॉलेज के छात्र परिसर में किताब की कमी और शिक्षकों नियुक्ति को लेकर 37 दिनों से धरने पर थे. मामले में नैनीताल हाई कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए राज्य सरकार, शिक्षा सचिव, समेत डीएम पिथौरागढ़ को 2 सप्ताह में अपना विस्तृत जवाब हाई कोर्ट के समक्ष पेश करने के आदेश दिए हैं.

जानकारी देते अधिवक्ता याचिकाकर्ता, संदीप तिवारी.

ये भी पढ़े: शिक्षकों की तैनाती की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे छात्र, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

वहीं कोर्ट ने राज्य सरकार से किताबों का ब्योरा भी कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए हैं. कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि पिथौरागढ़ जिले में कितने स्कूल हैं और उन स्कूलों में कितने शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं. साथ ही स्वीकृत पदों के अनुरूप कितने शिक्षकों की नियुक्ति की गई है और जिले में शिक्षकों के कितने पद अभी खाली हैं.

नैनीताल: लंबे समय से पिथौरागढ़ महाविद्यालय में चल रहे शिक्षक-पुस्तक आंदोलन पर नैनीताल हाई कोर्ट ने मीडिया रिपोर्ट को आधार मानते हुए मामले का संज्ञान लिया है. जिसके बाद कोर्ट ने सोमवार को मामले में सुनवाई करते हुए राज्य सरकार, शिक्षा सचिव, समेत जिलाधिकारी को 2 सप्ताह के भीतर विस्तृत जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं. साथ ही कोर्ट ने मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि छात्रों को किताबें न मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है. साथ ही कोर्ट ने जिले के सभी स्कूलों की बदहाली का भी संज्ञान लिया और सरकार से स्कूलों की बदहाली पर भी जवाब मांगा है.

बता दें कि पिथौरागढ़ के डिग्री कॉलेज के छात्र परिसर में किताब की कमी और शिक्षकों नियुक्ति को लेकर 37 दिनों से धरने पर थे. मामले में नैनीताल हाई कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए राज्य सरकार, शिक्षा सचिव, समेत डीएम पिथौरागढ़ को 2 सप्ताह में अपना विस्तृत जवाब हाई कोर्ट के समक्ष पेश करने के आदेश दिए हैं.

जानकारी देते अधिवक्ता याचिकाकर्ता, संदीप तिवारी.

ये भी पढ़े: शिक्षकों की तैनाती की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे छात्र, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी

वहीं कोर्ट ने राज्य सरकार से किताबों का ब्योरा भी कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए हैं. कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि पिथौरागढ़ जिले में कितने स्कूल हैं और उन स्कूलों में कितने शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं. साथ ही स्वीकृत पदों के अनुरूप कितने शिक्षकों की नियुक्ति की गई है और जिले में शिक्षकों के कितने पद अभी खाली हैं.

Intro:Summry

प्रदेश के दूरस्थ जिले पिथौरागढ़ में छात्रों द्वारा किताबों और शिक्षकों की नियुक्ति के लिए के जरा आंदोलन पर हाईकोर्ट सख्त।

Intro

37 दिनों से किताबों और शिक्षकों की नियुक्ति करने को लेकर चल रहे छात्रों के आंदोलन के मामले पर नैनीताल हाईकोर्ट ने राज्य सरकार, शिक्षा सचिव, समेत डीएम पिथौरागढ़ को 2 सप्ताह के भीतर अपना विस्तृत जवाब पेश करने के आदेश दिए हैं साथ ही कोर्ट में टिप्पणी में कहा कि छात्रों को किताबें न मिलना दुर्भाग्यपूर्ण।
साथ ही कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए जिले के सभी स्कूलों की बदहाली को भी संज्ञान में लिया और सरकार से स्कूलों की बदहाली पर भी जवाब मांगा है।


Body:पिथौरागढ़ की डिग्री कॉलेज में छात्रों का किताब और शिक्षकों की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के मामले में नैनीताल हाई कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए राज्य सरकार, शिक्षा सचिव, समेत डीएम पिथौरागढ़ को 2 सप्ताह में अपना विस्तृत जवाब हाईकोर्ट के समक्ष पेश करने के आदेश दिए हैं।
वहीं कोर्ट ने राज्य सरकार से किताबों का ब्यौरा कोर्ट में पेश करने के आदेश दिए हैं कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि पिथौरागढ़ जिले में कितने स्कूल हैं और उन स्कूलों में कितने शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं साथ ही स्वीकृत पदों के अनुरूप कितने शिक्षकों की नियुक्ति की गई है और जिले में कितने पद अभी भी शिक्षकों के खाली हैं।


Conclusion:आपको बता दें कि पिथौरागढ़ की डिग्री कॉलेज में छात्र 37 दिनों से शिक्षकों की नियुक्ति और किताबों की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं जिसको देखते देखते हुए हाई कोर्ट के न्यायाधीश सुधांशु धुलिया ओर आलोक कुमार वर्मा की खंडपीठ ने मीडिया रिपोर्ट को आधार मानते हुए मामले में संज्ञान लिया और 37 दिनों से प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग को स्वत संज्ञान लिया।
वही किताबों की मांग को लेकर छात्र संघ भी लंबे समय से धरने पर बैठे और कॉलेज में नए सिलेबस की किताबे देने समेत कॉलेज में स्थाई प्रोफेसरों की नियुक्ति की मांग की।
लेकिन राज्य सरकार के द्वारा छात्रों की किसी भी मांग पर विचार नहीं किया गया जिसको देखते हुए छात्र आक्रोशित हुए और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए जिसके बाद से लगातार छात्रों का धरना प्रदर्शन जारी है।
वहीं छात्रों के धरने में बैठने के मामले को मुख्य न्यायाधीश के खंड का संज्ञान लिया था।

बाइक संदीप तिवारी अधिवक्ता याचिकाकर्ता।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.