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गन्ना बकाया भुगतान पर सियासत शुरू, कल विधानसभा के आगे धरना देंगे हरीश रावत

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Published : Dec 4, 2019, 10:06 AM IST

गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को लेकर हरीश रावत ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हरीश रावत प्रदेश के गन्ना किसानों के लिए 5 दिसंबर से विधानसभा के बाहर धरना देने जा रहे हैं.

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गन्ना बकाया भुगतान पर सियासत

हल्द्वानी: किसानों के गन्ना बकाया भुगतान पर राजनीति शुरू हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गुरुवार यानी 5 दिसंबर को देहरादून में विधानसभा के बाहर बकाया भुगतान को लेकर धरना देंगे. गन्ना किसानों का पिछले साल का बकाया ₹167 करोड़ रुपये है, जबकि इस वर्ष गन्ना पेराई सत्र शुरू हो चुका है.

गन्ना बकाया भुगतान पर सियासत.

इस मामले में गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल का कहना है कि गन्ना किसानों के पिछले भुगतान को लेकर विभाग गंभीर है. पिछले पेराई सत्र के ₹1170 करोड़ के भुगतान में ₹1003 करोड़ का भुगतान किसानों को किया जा चुका है, जबकि अभी भी ₹167 करोड़ बकाया है. उन्होंने कहा कि किसानों के गन्ना भुगतान के लिए सरकार द्वारा व्यवस्था की जा रही है. उम्मीद है, जल्द ही किसानों का भुगतान कर दिया जाएगा.

पढ़ें- जो काम सरकार 6 साल में नहीं कर पाई, गुलदार ने 6 महीने में कर दिखाया

इन चीनी मिलों पर बकाया

चीनी मिल का नाम बकाया रुपये
इकबालपुर (निजी चीनी मिल) ₹109 करोड़
उत्तम शुगर मिल, हरिद्वार ₹15 करोड़
सरकारी चीनी मिल ₹43 करोड़

हल्द्वानी: किसानों के गन्ना बकाया भुगतान पर राजनीति शुरू हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गुरुवार यानी 5 दिसंबर को देहरादून में विधानसभा के बाहर बकाया भुगतान को लेकर धरना देंगे. गन्ना किसानों का पिछले साल का बकाया ₹167 करोड़ रुपये है, जबकि इस वर्ष गन्ना पेराई सत्र शुरू हो चुका है.

गन्ना बकाया भुगतान पर सियासत.

इस मामले में गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल का कहना है कि गन्ना किसानों के पिछले भुगतान को लेकर विभाग गंभीर है. पिछले पेराई सत्र के ₹1170 करोड़ के भुगतान में ₹1003 करोड़ का भुगतान किसानों को किया जा चुका है, जबकि अभी भी ₹167 करोड़ बकाया है. उन्होंने कहा कि किसानों के गन्ना भुगतान के लिए सरकार द्वारा व्यवस्था की जा रही है. उम्मीद है, जल्द ही किसानों का भुगतान कर दिया जाएगा.

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इन चीनी मिलों पर बकाया

चीनी मिल का नाम बकाया रुपये
इकबालपुर (निजी चीनी मिल) ₹109 करोड़
उत्तम शुगर मिल, हरिद्वार ₹15 करोड़
सरकारी चीनी मिल ₹43 करोड़
Intro:sammry- गन्ना बकाया मूल्य पर हरीश रावत बैठेंगे विधानसभा के बाहर धरने पर,167 करोड़ किसानों का गन्ना भुगतान है बकाया। एंकर- किसानों के गन्ना बकाया भुगतान पर राजनीति शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गुरुवार 5 दिसंबर को देहरादून में विधानसभा के बाहर किसानों के गन्ना मूल्य बकाया भुगतान के लिए उपवास और धरने पर बैठेंगे।पिछले वर्ष का किसानों के गन्ना भुगतान के 167 करोड़ रूपया अभी भी बकाया है। जबकि इस वर्ष गन्ना पेराई सत्र शुरू हो चुका है।


Body:हर वर्ष गन्ना पेराई सत्र से पहले गन्ने पर खूब राजनीति की जाती है है। ऐसे में अगर अब गन्ने पर राजनीति शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रदेश सरकार पर गन्ना किसानों के बकाया भुगतान नहीं करने और गन्ना खरीद में लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए सरकार के खिलाफ कल 5 सितंबर को विधानसभा के बाहर धरने पर बैठेंगे। ऐसे में हरीश रावत के उपवास पर बीजेपी भी सवाल खड़े कर रही हैं। बाइट- हरीश रावत पूर्व मुख्यमंत्री वही गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल का कहना है कि गन्ना किसानों के पिछले भुगतान को लेकर विभाग गंभीर है पिछले पेराई सत्र के 1170 करोड़ के भुगतान में 1003 करोड़ का भुगतान किसानों को किया जा चुका है। जबकि अभी भी 167 करो रुपए बकाया राशि है। उन्होंने बताया कि इकबालपुर के निजी चीनी मिल पर 109 करोड़ पर बकाया है ।जबकि उत्तम शुगर मिल हरिद्वार पर 15 करोड़ का बकाया है। जबकि सरकारी चीनी मिल पर ₹43 करोड़ का बकाया है।


Conclusion:ललित मोहन रयाल का कहना है कि 167 करोड़ों रुपए के किसानों के गन्ना भुगतान के लिए सरकार द्वारा व्यवस्था की जा रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द किसानों का भुगतान कर दिया जाएगा। बाइट- ललित मोहन रयाल गन्ना आयुक्त उत्तराखंड
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