हल्द्वानीः भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने पूर्व सीएम हरीश रावत के उपवास पर तंज कसा था. कहा था कि हरदा को उपवास की जगह प्रायश्चित करना चाहिए. इस पर हरीश रावत ने पटलवार किया है. कहा है कि बिना काम किए जीतना उन्हें बखूबी आता है, इसलिए रिटायरमेंट के बाद उन्हें नए विधायकों को भी इसी की ट्रेनिंग देनी चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने बयान बाजी से हर वक्त चर्चाओं में बने रहते हैं. इस बार उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत पर निशाना साधा है. बंशीधर भगत के उनके उपवास पर टिप्पणी का हरदा ने पलटवार किया है. हरीश रावत ने कहा है कि साल 2022 में हरबंश कपूर और बंशीधर भगत रिटायर हो रहे हैं. क्योंकि, उन्हें बिना काम के चुनाव जीतने में महारथ है, इसलिए बीजेपी को एक स्कूल खोलना चाहिए, जिसमें ये शिक्षक होंगे और नए विधायकों को सिखाएंगे कि बिना काम के चुनाव कैसे जीतते हैं.
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तंज कसते हुए हरीश रावत आगे कहते हैं कि वास्तव में बंशीधर भगत को मैं गुरु मानता हूं. दरअसल, कुछ दिन पहले हरीश रावत ने सरकार पर हरिद्वार कुंभ कार्यों के लिए बजट में कमी का आरोप लगाया था. इस पर हरदा ने एक दिनी उपवास रखा था. इस पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने हरीश रावत पर तंज कसा था कि हरीश रावत को प्रायश्चित करना चाहिए, क्योंकि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान प्रदेश में विकास कार्य नहीं किए और जनता से माफी मांगनी चाहिए.