हल्द्वानी/हरिद्वार: 14 फरवरी को होने वाले उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को लेकर आज नामांकन का आखिरी दिन हैं. ऐसे में आम से लेकर खास प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र भरा. वहीं, उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने लालकुआं से और उनकी बेटी अनुपमा रावत ने हरिद्वार ग्रामीण से अपना नामांकन दाखिल किया.
नामांकन के आखिरी दिन हरीश रावत सबसे पहले लालकुआं कांग्रेस कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने जनता का आशीर्वाद लेते हुए लालकुआं तहसील पहुंचे. जहां उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. इस मौके पर पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और हरीश चंद्र दुर्गापाल भी मौजूद रहे.
वहीं, हरीश रावत ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा इस बार लालकुआं की जनता उनको समर्थन दे रही है. वह यहां से विधायक बनेंगे. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर बाहरी बनाम भीतरी प्रत्याशी के मुद्दे पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा लालकुआं की जनता अगर उन्हें हरा देती है, तब वह बाहरी प्रत्याशी माने जाएंगे. नहीं तो वह यहां के स्थानीय प्रत्याशी हैं. क्योंकि वह लालकुआं के जनता के बीच काफी पहले से आते रहे हैं. लालकुआं के सभी क्षेत्रों से उनको भारी समर्थन मिल रहा है.
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वहीं, हरीश रावत की बेटी अनुपमा रावत को कांग्रेस ने हरिद्वार ग्रामीण सीट से टिकट दिया है. आज नामांकन के आखिरी दिन वह हरिद्वार के रोशनाबाद स्थित कलेक्टर भवन पहुंची. जहां अनुपमा रावत ने नामांकन पत्र दाखिल किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का धन्यवाद करते हुए कहा कि कांग्रेस बदले की राजनीति नहीं करती है. जो मेरे पिता हरीश रावत ने अपने मुख्यमंत्री काल में कार्य कराए थे, उनको आगे बढ़ाने का कार्य मेरे द्वारा किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी यतिस्वरानंद ने 10 सालों में सिर्फ ओर सिर्फ जनता के पैसे की बर्बादी की है. उन्होंने कोई भी जनता के हित में कार्य नहीं किया है. आज भी क्षेत्र में पूरी तरह से सड़कें नहीं बन पायी हैं. इतना ही नहीं बच्चों के भविष्य के लिए एक स्टेडियम भी पूरी विधानसभा में नहीं है.