हल्द्वानी: वन अनुसंधान केंद्र ने मानव अंग वाटिका तैयार की है. जिसमें मानव अंगों के उपचार में आने वाले वनस्पतियों का संरक्षण किया जा रहा है. वन अनुसंधान केंद्र इस वाटिका से वनस्पतियों के जरिए मानव शरीर के बीमार अंगों का इलाज करने में समर्थ वनस्पतियों की जानकारियां दे रहा है.
बता दें कि हल्द्वानी नगर के एफटआई स्थित फॉरेस्ट्री रिसर्च सेंटर दुर्लभ प्रजातियों की वनस्पतियों को संरक्षित करने के क्षेत्र में कई उपलब्धि हासिल कर चुका है. अनुसंधान केंद्र में पुलवामा हमले में शहीद हुए सैनिकों के नाम पर भी कई वाटिकाएं बनाई गई हैं. जहां दुर्लभ प्रजाति के वनस्पति और पौधों को संरक्षित किया गया है. यही नहीं डायबिटीज बीमारी का रामबाण इलाज कासनी वनस्पति का जनक भी हल्द्वानी अनुसंधान केंद्र को ही माना जाता है. वहीं अब वन अनुसंधान केंद्र मानव वाटिका तैयार कर शरीर के बीमार अंगों के इलाज में सहायक वनस्पतियों का संरक्षण कर रहा है. साथ ही यह जानकारी जनता से भी सांझा कर रहा है.
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वन अनुसंधान केंद्र प्रभारी मदन बिष्ट ने बताया कि मानव वाटिका के माध्यम से लोगों को संदेश दिया जा रहा है, कैसे दुर्लभ वनस्पतियों को संरक्षित कर उनका प्रयोग बीमार अंगों के इलाज में किया जा सकता है.