हल्द्वानी: एमबीपीजी कॉलेज प्रशासन द्वारा धरना-प्रदर्शन नहीं किए जाने की चेतावनी के बावजूद भी आज छात्रों ने कॉलेज गेट के आगे धरने पर बैठकर कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान छात्रों ने कहा कि बीए और बीकॉम प्रथम वर्ष में बड़ी संख्या में विद्यार्थी प्रवेश से वंचित रह गए हैं. ऐसे में प्रवेश प्रक्रिया को ऑफलाइन फिर से चालू किया जाए.
धरने पर बैठे छात्रों से मुलाकात करने कॉलेज प्रशासन पहुंचा तो दोनों पक्षों में जमकर नोकझोंक हुई. छात्र गेट के आगे धरने पर बैठे रहे इस दौरान कॉलेज के अंदर वाहनों का आना जाना बंद रहा. छात्रों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. छात्रों ने कहा कि कॉलेज प्रशासन ने ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू की थी, जिसके तहत करीब 4,000 छात्रों ने पंजीकरण कराए थे, लेकिन मात्र 1300 छात्रों को ही एडमिशन दिया गया. जबकि, करीब 1600 पंजीकृत छात्र भी एडमिशन से वंचित रह गए.
इसके अलावा 2500 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा पाए. वो भी प्रवेश से वंचित हैं. ऐसे में उनका भविष्य खराब होने के कगार पर हैं. छात्रों ने मांग की है कि बीए और बीकॉम की प्रथम वर्ष में जो विद्यार्थी प्रवेश से वंचित रह गए हैं. उनके लिए ऑफलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जाए, ताकि छात्र एडमिशन से वंचित ना रहे.
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छात्र नेता अयास अंसारी ने कहा कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो सोमवार से हम आमरण अनशन करेंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी कॉलेज प्रशासन की होगी. छात्रों धरने के दौरान भारी पुलिस फोर्स मौके पर तैनात थी. इस दौरान छात्रों और टीचरों के बीच मामूली नोकझोंक भी हुई. छात्रों ने कॉलेज गेट पर बैठकर वाहनों का आवाजाही रोक दिया. छात्रों ने करीब 2 घंटे तक कॉलेज गेट के बाहर धरना दिया, इस दौरान पुलिस प्रशासन ने छात्रों को समझा-बुझाकर धरना खत्म कराया, लेकिन छात्रों द्वारा सोमवार को फिर धरना देने की चेतावनी दी है.